नई दिल्ली। आरजेडी के बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन पर सुप्रीम कोर्ट और भी सख्त रूख अपना सकता है। शहाबुद्दीन के खिलाफ चल रहे मामलों और उनको सिवान जेल के बजाय दिल्ली के तिहाड़ में भेजने को लेकर लेकर सीवान के व्यवसायी चंदा बाबू और पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन की याचिकाओं के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार और शहाबुद्दीन से इस मामले में अपना जबाब दाखिल करने को कहा है।
अब इस मामले में उच्चतम न्यायालय कल सुनवाई कर सकता है। जिसके बाद यह तय हो सकता है कि शहाबुद्दीन से संबंधित सारे केस दिल्ली ट्रांसफर कर दिए जाएं इसके साथ ही उनको सिवान जेल के बजाय तिहाड़ में रखा जा सकता है। फिलहाल शहाबुद्दीन के ऊपर तकरीबन 45 केस चल रहे हैं। इस दौरान शहाबुद्दीन की तरफ से इस याचिका का विरोध किया गया था।
अब सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को लेकर बिहार सरकार और शहाबुद्दीन से अपना-अपना जबाब दाखिल करने को कहा था। आज इस मामले में सुनवाई के दौरान एक बार फिर चंदा बाबू और पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन की ओर से कोर्ट से फरियाद की गई । जिस पर कोर्ट कल कोई अपना बड़ा फैसला सुना सकती है।