नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में पनडुब्बी खंडेरी नौसेना के बेड़े में शामिल हो गई है। पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी के बेड़े में शामिल होने से नौसेना को साइलेंट किलर की ताकत मिली है। आईएनएस खंडेरी भारत की दूसरी स्कार्पियन-वर्ग की मारक पनडुब्बी है, जिसे पी-17 शिवालिक वर्ग के युद्धपोत के साथ नौसेना में शामिल किया गया।
बता दें कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इसे हरी झंडी दिखाई. आईएनएस खंडेरी के नौसेना में शामिल होने से भारत की नेवी की क्षमता में कई गुणा इजाफा होने होगा। आईएनएस खंडेरी में 40 से 45 दिनों तक सफर करने की क्षमता है। INS खंडेरी को नौसेना में शामिल करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि अब 26/11 जैसी साजिश कामयाब नहीं होगी।
वहीं आईएनएस खंडेरी पनडुब्बी को नौसेना को सौंपने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, पाकिस्तान को समझना चाहिए कि आज हमारी सरकार के मजबूत संकल्प से INS खंडेरी के बेड़े में शामिल होने के बाद नेवी की क्षमता बढ़ गई है। अब भारत पाकिस्तान को पहले से बड़ा झटका देने में सक्षम है। रक्षा मंत्री ने कहा कि खंडेरी नाम ‘स्वॉर्ड टूथ फिश’ से प्रेरित है। जो समुद्र के तल के करीब पहुंचकर शिकार करने के लिए जानी जाने वाली एक घातक मछली है।
वहीं मुंबई के समुद्र तट की रक्षा के लिए नौसेना की दूसरी सबसे अत्याधुनिक पनडुब्बी में तट पर रह कर करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित दुश्मन के जहाज को नष्ट करने की क्षमता है। समुद्र की गहराई में दो साल के परीक्षण के बाद खंडेरी को नौसेना को सौंपा गया है। खंडेरी भारतीय समुद्री सीमा की सुरक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है। यह पनडुब्बी पानी से किसी भी युद्धपोत को नष्ट करने की क्षमता रखती है। खंडेरी पानी के भीतर 40 से 45 दिनों तक रह सकती है। इसी के साथ देश में निर्मित यह पनडुब्बी एक घंटे में 35 किलोमीटर की दूरी आसानी से तय कर सकती है।