लखनऊ: महिला दिवस के मौके पर संगीत नाटक एकेडमी में Live Foundation के माध्यम से बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें भारी संख्या में लोगों ने शिरकत की, महिला सम्मान और सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
कई कार्यक्रम रहे आकर्षण का मुख्य केंद्र।
इस कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक, डांस, वर्कशॉप और सेल्फ डिफेंस मुख्य आकर्षण रहे। अलग-अलग स्टॉल और प्रोग्राम के माध्यम से महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया। इसके अतिरिक्त युवा टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए कुछ प्रोग्राम किए गए, एक्सपर्ट की मदद से उन्हें भविष्य की रणनीति के बारे में भी बताया गया।
इसके अलावा आज के बढ़ते कंपटीशन के दौर में किस तरीके से अपनी आईडिया को सफल बनाया जाए, यह भी प्रयास किया गया। नुक्कड़ नाटक जैसे प्रोग्राम के माध्यम से समाज में महिला उत्पीड़न और सामाजिक असमानता जैसे विषयों पर भी बातचीत की गई। घर से सम्मान की शुरुआज होती है, यह संदेश दिया गया।
स्टॉल में सजा लखनवी हुनर
स्टॉल की बात करें तो यहां युवाओं का एक अच्छा माहौल देखने को मिला, जहां नई उम्र की लड़कियों ने अपनी आईडिया को मार्केट में ना सिर्फ उतारने की कोशिश की है, बल्कि इसे सफल बनाने के लिए पूरी मेहनत भी कर रही हैं।
महिला स्वास्थ्य सुरक्षा समानता और प्रगति को मुख्य धारा में लाने की कोशिश इस प्रोग्राम के माध्यम से की गई। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के डिप्टी एडिटर ज्योत्सना शाही ने मार्केटिंग और ब्रांडिंग के पहलुओं पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के लिए आईडिया और आत्मविश्वास की आवश्यकता है, धीरे धीरे फिर वह एक ब्रांड बन जाता है।
महिलाओं का देश की सफलता में पूरा योगदान
स्टार्टअप और इनोवेशन कंसलटेंट प्रणव द्विवेदी ने स्टार्टअप के बारे में बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में महिलाओं को इग्नोर नहीं कर सकते, महिलाएं देश की प्रगति में एक पहिया है। इस एक पहिये को हम बीच रास्ते में छोड़ कर कहीं भी नहीं पहुंच सकते।
हमारे देश की महिलाएं बहुत पहले से ही कोई ऐसे प्रयोग करती आ रही हैं, जो आज के स्टार्टअप का मुख्य मुद्दा बनता है। भारत में सिर्फ महिला शक्ति को सहारा और सुरक्षा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर हम महिलाओं को घर से बाहर सुरक्षित निकलने बाला माहौल पैदा कर दें, यही अपने आप में एक बड़ा बदलाव होगा।
मीतिका श्रीवास्तव ने बताया कि एंटरप्रेन्योरशिप में कभी आपको सफलता मिलती है तो कभी असफलता का सामना करना पड़ता है। इस समय हमें दोनों स्थितियों के लिए तैयार रहना होता है, हमें अपनी असफलता के वक्त में भी बदलाव और आईडिया पर काम करने की जरूरत होती है।
हमारा साहस और आत्मविश्वास ऐसे माहौल में हमें मजबूत बनाता है। एंटरप्रेन्योर सिर्फ सोचता नहीं है, वह उसे जमीन पर करके दिखाता है। तितलियां प्रोग्राम में जितनी भी स्टॉल लगे थे, सभी महिलाओं के द्वारा शुरू किए गए थे। इनमें हर ग्रुप की महिलाओं ने अपनी भागीदारी दिखाई, सभी एक्सपर्ट ने उनको शुभकामनाएं दी।
महिला हुनर को मिलेगी पहचान
संगीत नाटक एकेडमी में यह कार्यक्रम महिलाओं के सपनों को उड़ान देने के लिए आयोजित किया गया था। जिसे सपोर्ट करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। कार्यक्रम में अलग-अलग एक्सपर्ट भी बुलाए गए थे, जिन्होंने अपनी
बातचीत और अनुभव को साझा किया।
आरंभ के माध्यम से सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयोग कर रहे हैं। इसी बारे में अधिक जानकारी देते हुए प्रणव द्विवेदी ने बताया कि सरकार पेटेंट करवाने से लेकर स्टार्टअप को ग्रो करने के लिए सरकारी मदद मुहैया करवा रही है।
उन्होंने बताया कि सरकार अपनी तरफ से सारे कदम उठा रही है, आपको अपनी तरफ से एक आईडिया लेकर आना होगा। अपने साहस और सोच को अलग स्तर पर ले जाने की आवश्यकता है। ज्योत्सना जी ने बताया कि कस्टमर, एक एंटरप्रेन्योर की असली हिम्मत होते हैं। अपने कस्टमर पर हमेशा विश्वास कीजिए और उनके उम्मीदों पर हमेशा खराब उतरिए।
अपनी कहानियों से, अपने अनुभव से और एंटरप्रेन्योरशिप के दौरान अलग-अलग तरीके की समस्याओं से कैसे निपटे, एक्सपर्ट ने इन सभी चीजों के बारे में अपनी राय रखी। स्टार्टअप के लिए सिर्फ काम ही नहीं इनोवेशन के लिए आवश्यकता होती है, इसके साथ ही हमें लगातार उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है