मेरठ। नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के प्रदर्शनकारियों से झड़प का सामना करने के बाद मेरठ के एसपी (सिटी) अखिलेश नारायण सिंह ने शनिवार को स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी सभी विरोधों पर नहीं बल्कि केवल एक वर्ग पर निर्देशित थी। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने उन प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने के लिए कहा, जो भारतीय सुरक्षा बलों पर पथराव कर रहे थे और “पाकिस्तान ज़िंदाबाद” के नारे लगा रहे थे।
प्रियंका गांधी ने भाजपा पर साधा निशाना
इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है।
मीडिया से बात करते हुए एसपी एएन सिंह ने कहा कि 18 से 25 वर्ष की आयु के कुछ लड़के पुलिस पर पथराव कर रहे थे और मेरठ में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे। मैंने उनसे पूछा कि क्या वे पाकिस्तान से बहुत प्यार करते हैं, तो उन्हें वहां चले जाना चाहिए।
आईजी ने भी दी सफाई
प्रदर्शनकारियों पर एएन सिंह की टिप्पणी को सही ठहराते हुए मेरठ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) आलोक सिंह ने कहा है कि जिस तरह से पुलिस अधिकारियों ने उन्हे कहा वह बहुत स्वाभाविक है। ऐसा लगता है कि पाक के पक्ष में नारे लगाने वाले इन लड़कों को सीमा पार से किसी तरह की सहानुभूति या संबंध जरूर है।
वीडियो हो रही वायरल
इस सम्बंध में एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें एएन सिंह ने प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने के लिए कहा है। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़पों से ठीक पहले वीडियो शूट किया गया था। एसपी ने कहा था कि अगर इस लेन में कुछ भी होता है, तो हर कोई इसके लिए भुगतान करेगा। गौरतलब है कि इस प्रदर्शन में छ: लोगों की मौत हो गई थी।