नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्रालय जल्द ही बैंको और एटीएम से पैसे निकालने की सीमा समाप्त कर सकती है, इस बावत वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ नेता शक्तिकांत दास ने कहा कि बचत बैंक खाते से सप्ताह में निकासी की 24,000 की सीमा को छोड़ कर अब अन्य सभी पाबंदियां हटायी जा चुकी हैं। यह सीमा भी अब कुछ ही दिन की बात है। दास ने यह भी कहा कि करेंसी की आपूर्ति और उसका प्रबंध भारतीय रिजर्व बैंक का काम है।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि नोटबंदी के बाद से लगातार कैश की सप्लाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नोटों की आपूर्ति बढ़ाने में ज्यादा जोर छोटे मूल्य के नोटों पर होगा। उन्होंने कहा कि नोट फिर से डालने का काम 90 दिन से भी कम समय में पूरा हो गया है और यह बताता है कि नए नोट डालने का काम किस रफ्तार से किया गया है। इससे पहले रिजर्व बैंक ने इसी सप्ताह चालू खाते और ओवर-ड्राफ्ट सुविधा वाले खातों और एटीएम से निकासी की सीमा हटा ली थी।
शक्तिकांत दास ने कहा, बचत बैंक खातों से निकासी की बची खुची सीमा हटाने का निर्णय केंद्रीय बैंक ही निकट भविषय में लेगा। उन्होंने कहा कि बचत बैंक खातों से एक माह में केवल कुछ गिनी चुनी निकासियां ही एक लाख तक की होती हैं। इसलिए आज भी व्यावहारिक तौर पर बैंक निकासी पर कोई सीमा नहीं रह गयी है। मुझे लगता है कि वापस लिए गए नोटों की जगह नए नोट डालने का काम करीब करीब पूरा हो चुका है।