सोनिपत। कहा जाता है कि शादी करना हर किसी का सपना होता है। हर कोई इंसान चाहता है कि वो शादी करें, लेकिन अगर शादी के लिए दुल्हन ही न मिले तो। कुछ ऐसा ही हुआ है हरियाणा के सोनिपत में जहां सौ के करीब लड़कों को 45-45 हजार में पत्नी दिलाने का वादा तो किया, लेकिन पैसे देने के बाद उनकी शादी तो दूर उन्हें लेने बस तक नहीं आई। दरअसल एक महिला ने सोनिपत के खरखौदा में 20 लड़कों को एक जगह इकट्ठा होकर बस का इंतजार करने को कहा था। महिला ने कहा था कि बस में उन्हें बिठाकर दिल्ली लाया जाएगा और वहां उनकी शादी करवा दी जाएगी, जिसके लिए महिला ने इन लड़कों से 45-45 हजार रुपये ले लिए।
लड़कों ने बताया कि महिला ने उनसे कहा था कि एक आश्रम में खूब सारी लड़कियां होंगी, जिनमें से लड़के अपनी दुल्हन चुन सकते हैं। लेकिन हुआ ये कि सभी लड़के शेरवानी पहनकर सड़क किनारे 5 घंटे तक खड़े रहे और कोई बस नहीं आई। आखिरकार सभी खरखौदा पुलिस स्टेशन गए और अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई। इस मामले को लेकर खरखौदा थाने के एचएओ वजीर सिंह ने कहा कि मुख्य आरोपी महिला अनीता फरार हो गई है, हालांकि उसके दो साथी 45 साल के सुशील और 30 साल के मोनू को गिरफ्तार किया जा चुका है। अनिता के गिरफ्तार साथियों ने बताया कि अनीता दिल्ली के नजफगढ़ की रहने वाली है और वो कुवारें लड़कों की शादी करवाने का काम पिछले चार महीने से कर रही है।
खरखौदा में रहने वाले सुशील और मोनू उसके एजेंट थे। ये दोनों ऐसे लड़कों को खोजते थे जिनकी शादी नहीं हो पा रही थी। फिर शादी कराने का वादा कर लड़कों से 45-45 हजार रुपये लिए जाते थे। दिल्ली, जींद, रोहतक और सोनीपत के करीब 100 लड़कों से पैसे लिए गए थे। पुलिस ने बताया कि अनीता ने ऐसे ही 20 लड़कों से बुधवार को खरखौदा इलाके में स्थित गर्ल्स कॉलेज के पास इकट्ठा होकर एक बस का इंतजार करने को कहा था। लेकिन बस नहीं आई। जब लड़कों ने अनीता को फोन मिलाया तो उसने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। 5 घंटे बाद लड़कों ने पुलिस में शिकायत की।’
आरोपी महिला ने लड़कों को दिल्ली के एक आश्रम में ले जाने की बात कही थी। महिला का दावा था कि उस आश्रम में कई कुंवारी लड़कियां भी लाई जाएंगी। बताया जा रहा है कि शायद लड़कों की शादी करवा दी जाती। लेकिन दिल्ली में बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रमों पर चल रहे छापों की वजह से लड़कों को दिल्ली नहीं लाया गया। खतरा था कि अगर उस आश्रम में लड़कियों को लाया जाता तो पुलिस आ सकती थी।