Solar Eclipse || विज्ञान के अनुसार सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। लेकिन भारत में ग्रहण को लेकर धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिष में काफी महत्व माना गया है। ज्योतिष विद्या के अनुसार ग्रहण का लगना नकारात्मक प्रभावों का संकेत है। ऐसे में हमेशा से ग्रहण के दौरान कई सतर्कता व सावधानी बरतने को कहीं जाती है। वही हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के पश्चात दान-पुण्य करने से नकारात्मक एवं अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाते हैं।
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कब और कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर को लगने जा रहा है। भारतीय समय के मुताबिक इस ग्रहण की शुरुआत सुबह 11:00 बजे से होगी जिसके समाप्ति दोपहर 3:07 पर होगी। वही मुख्य रूप से सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण में दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण का किस राशि पर रहेगा सबसे अधिक प्रभाव
वैदिक पंचांग के अनुसार साल 2021 में यह दूसरा सूर्य ग्रहण लग रहा है साथ ही यह साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है इस दिन अमावस्या है और सूर्य वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र पर रहेगा। जिस कारण इस राशि और नक्षत्र पर ग्रहण का पूरा प्रभाव रहेगा इस राशि के जातकों को ग्रहण के बाद कुछ दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है। पंचांग के अनुसार ग्रहण के कुछ दिनों तक आपको आर्थिक हानि के प्रबल आसार दिखाई दे रहे हैं। साथ ही आप इस दौरान किसी भी फैसले को जल्दबाजी में ना लें। किसी पर आंख मूंदकर विश्वास ना करें। क्योंकि धोखे मिलने की संभावना भी बन रही है।