मुंबई। नोटबंदी को लेकर देश में हो रही लोगों की परेशानियों को लेकर विपक्षी पार्टियों सहित अब शिवसेना ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है, शिवसेना ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश में नोटबंदी को लेकर जनता और किसान मंहगाई, लंबी लाइनों से परेशान है, ऐसे मे सरकार यही कहेगी कि वो देशभक्ति की शिकार है। अपने मुखपत्र सामना में शिवसेना में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि नोटबंदी में जान गंवाने वाले लोगों की तुलना उरी हमले में मारे गए लोगों से की थी।
सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी सरकार ने कहा कि एमएनएस प्रमुख राजठाकरे ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार ने जल्दबाजी में यह फैसला ले लिया, इसपर कोई तैयारी नहीं की गई। इससे गरीबों को ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, नोटबंदी को लेकर सरकार को छापे डालने चाहिए, सरकार का फैसला तो अच्छा है पर इसके लिए सरकार को पहले तैयारी करनी चाहिए थी। एमएनएस प्रमुख ने कहा कि जनता सरकार के इस फैसले से बेहद नाराज है। उर्जित पटेल के 2000 के नोटों पर हस्ताक्षर को लेकर भी सवाल उठाते हुिए कहा गया है कि अगर नोटों की छपाई 6 महीने पहले से शुरु हो गई थी तो इनपर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर कैसे हैं?
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी को लेकर करारा प्रहार किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नोटबंदी का फायदा देखने को न मिला तो देश में अराजकता फैलेगी। ठाकरे ने सरकार के इस दावे पर सवाल खड़ा किया कि 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के लिए 10 महीने पहले ही तैयारी कर ली गई थी।
ठाकरे ने कहा, “अगर ऐसा था तो नए नोटों पर आरबीआई के नए गर्वनर (उर्जित पटेल) के हस्ताक्षर कैसे हैं, जिन्होंने महज तीन महीने पहले ही कार्यभार संभाला है? उन्होंने प्रधानमंत्री पर सीधे निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा ने अभी तक 2014 में हुए चुनाव के खर्च का ब्योरा नहीं दिया है..अगर काले धन से इतनी ही घृणा है, तो मोदी चुनाव जीते कैसे? ठाकरे ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने भाजपा के लोगों से बात की है, आरएसएस के लोगों से बात की है, कोई भी खुश नहीं है, लेकिन वे सभी चुप्पी साधे हुए हैं..अभी तक मोहन भागवत ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की है..मैं हैरान हूं कि यह क्या हो रहा है।”