नई दिल्ली। गुजरात में राज्यसभा के लिए गुजरात विधानसभा में वोटिंग होनी है। जिसमे विधायकों द्वारा वोट डाले जाएंगे। इस वोटिंग में सबसे खास बात ये है कि इसमें शंकर सिंह वाघेला के लिए काफी कड़ा वक्त होगा क्योंकि उनको अपने दोस्त और रिश्तेदार में से किसी एक को चुनना होगा। रिश्तेदारी भी इतनी गहरी है कि हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले बलंवत सिंह राजपूत शंकर सिंह के समधी हैं और अहमद पटेल पिछले 25 सालों से शंकर सिंह वाघेला के दोस्त रहें हैं।
बता दें कि शंकर सिंह वघेला के लिए चुनाव सिर्फ राज्यसभा ही नहीं बल्कि उनके अस्तित्व का भी चुनाव है। क्योंकि शंकर सिंह वाघेला बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आए हैं और उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है जिसकी वजह से वो चुनाव में हिस्सा ले सकते हैं और वोट डाल सकते हैं। वाघेला के लिए सिर्फ समधी को जीताना ही नहीं बल्कि बेटे का भी राजनीति करियर देखना है। हालांकि अब तक कांग्रेस के 6 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। जिसकी वजह लोग शंकर वाघेला को मानते हैं। वहीं कांग्रेस में सात और विधायक ऐसे हैं जिन्होंने कांग्रेस छोड़ी नहीं है लेकिन उससे बगावत कर चुके हैं। इस चुनाव में अब ये देखना दिलचस्प हो गा कि रिश्तों की गुत्थी में उलछ कर शंकर सिहं वाघेला किसे जीताकर इस गुत्थी से बाहर निकलते हैं। कांग्रेस को लेकर शंकर ने कहा था कि कांग्रेस ने उन्हें बहुत कुछ दिया है।