केंद्र सरकार व RBI लगातार नियमों में संशोधन करने में लगी हुई है। रोजाना एक नया नियम लागू कर दती है। लेकिन नियम नया हो या पुराना असर तो सिर्फ जनता की ही जेब पर पड़ेगा। देश में जो भी नियम बनाया जाता है, वह कुछ ही चीजों पर लागू होता है। जिसमें RBI के नियमों को जानना आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसी कड़ी में आने वाली एक अक्टूबर से बैंकों के लिए कुछ नए तथा कुछ पुराने नियमों में संशोधन होने जा रहा है। इस संशोधन में भी एक बार फिर आपकी ही जेब ठंड़ी पड़ने वाली है। लेकिन अबकी बार बैंकों की नियमावली में ग्राहकों पर कुछ राहत भी बर्ती है। SBI अपने कस्टमर्स के लिए एक चौंकादेने वाला नियम भी लागू करने जा रहा है। भारतीय स्टेट बैंक की 6 सहयोगा शाखाओं जैसे स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर, स्टेट बैंक ऑफ जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, तथा भारतीय महिला स्टेट बैंक की चेक बुक को अमान्य करने जा रही है।
SBI अपनी 6 सहयोगा शाखाओं के ग्राहकों के लिए ड़िजिटल इंड़िया के प्रोजेक्ट के ध्यान में रखते हुए काम कर रहा है। इन 6 शाखाओं की चेक बुक के लिए आपको इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिग, एटीएम तथा नजदीकी शाखा में जाकर नई चेक बुक के लिए आवेदन करना हेगा। साथी ही SBI ने अपने एक कठोर नियम में संशोधन करते हुए अपने कस्टूमर्स को राहत दी है। वर्तमान में भारतीय स्टेट बैंक की किसी भी शाखा में अकाउंट खुलवाने के लिए शहरी लोगों को मिनिमम 5000/- तथा ग्रामीण लोगों के लिए 2000/-, 3000/- रुपए बैलेंस रखाना अनिवार्य होता है। लेकिन अबकी बार SBI ने कुछ राहत बर्तने का फैसला किया है। भारतीय स्टेट बैंक ने शहरी लोगों के लिए 3000/- तथा ग्रामीणों लोगों के लिए 1000/- रुपए अनीवार्य कर दिए गए हैं।
एसबीआई के नए नियमों में एक और संशोधन किया गया है। आपको बता दें कि SBI में अकाउंट खोलने के बाद अगर खाता धरक अपने खाते को बेंद कराता था तो उसे बैंक में कुछ रकम अदा करनी पड़ती थी। लेकिन अब इस नियम से लोगों को राहत मिल जाएगी। SBI का कहना है कि एक अक्टूबर से कोई भी नए तथा पुराने अकाउंट धारकों के लिए यह एक खुशी की खबर मानी जा रही है। अब लोगों को अपने सेविंग खाते को बंद करने के लिए कोई भी रकम अदा नही करनी पडेगी।