सकट चौथ। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार हर दिन का अपना अलग महत्व होता है। व्यक्ति के लिए हर दिन विशेष होता है। क्योंकि हिंदू धर्म में हर वार को बड़े ही सोच-विचार कर रखा गया है। इसके साथ ही बता दें कि कल यानि 31 जनवरी को सकट चौथ है। जो माघ महीने में पड़ रहा है। जिसके चलते हिंदू धर्म में माघ महीने में पड़ने वाली सकट चौथ का विशेष महत्व होता है। सकट चौथ को तिलकुटा चौथ, संकटा चौथ, माघी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन महिलाएं अपनी संतान की सलामती और लंबी उम्र के लिए गणेश भगवान की पूजा अर्चना करती हैं।
ऐसे करें सकट चौथ व्रत-
बता दें कि इस दिन के लिए मान्यता है कि सकट चौथ व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही पूरा माना जाता है। अर्घ्य में शहद, रोली, चंदन और रोली मिश्रित दूध से देना चाहिए। कुछ जगहों पर महिलाएं व्रत तोड़ने के बाद सबसे पहले शकरकंद खाती हैं। इसके साथ ही सकट चौथ के दिन सबसे पहले सुबह स्नान ध्यान करके भगवान गणेश की पूजा करें। उसके बाद सूर्यास्त के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। जिसके बाद गणेश जी की मूर्ति के पास एक कलश में जल भर कर रखें। इसके साथ ही धूप-दीप, नैवेद्य तिल, लड्डू, शकरकंद, अमरूद, गुड़ और घी अर्पित करें। इसके साथ ही इस दिन तिलकूट का बकरा भी कहीं-कहीं बनाया जाता है। साथ ही पूजन के बाद तिल से बने बकरे की गर्दन घर का कोई सदस्य काटता है।