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सैफुल्लाह के पिता ने शव लेने से किया इंकार, बोले देशद्रोही से नहीं है नाता

sartaj सैफुल्लाह के पिता ने शव लेने से किया इंकार, बोले देशद्रोही से नहीं है नाता

लखनऊ। 11 घंटे के कड़े ऑपरेशन के बाद लखनऊ एटीएस टीम आतंकी सैफुल्लाह को मार गिराने में कामयाब हुई। सैफुल्लाह के एनकाउंटर के बाद यूपी पुलिस जगह-जगह छापेमारी के चलते कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है जबकि अभी 7 लोगों की तलाश जारी है। इन्हीं सबके बीच सैफुल्लाह के परिवार की तरफ से एक बड़ा बयान आया है जिसमें उन्होंने अपने बेटे के शव को लेने से इंकार कर दिया है।

sartaj सैफुल्लाह के पिता ने शव लेने से किया इंकार, बोले देशद्रोही से नहीं है नाता

सैफुल्लाह के पिता सरताज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो देशद्रोही है वो मेरा बेटा नहीं हो सकता। जो देशहित के खिलाफ है उसके साथ हम बिल्कुल नहीं है। उसने जो किया वो अफसोसजनक है। सैफुल्लाह से हमलोग बात नहीं करते थे और काफी समय पहले वो पिटाई के बाद घर से भाग गया था।

ढाई महीने से नहीं हुई थी कोई बात:-

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वो सऊदी अरब का वीजा लेने के लिए मुंबई गया था और परिवार से करीबन ढाई महीने से बात नहीं हुई थी। उसने बी कॉम तक की पढ़ाई की है और उसके बाद अकाउंटेंट का काम कर रहा था। सरताज जाजमऊ में टेनरी में सुपरवाइजर के तौर पर काम करते है और वहीं की एक कॉलोनी मनोहर नगर बस्ती में रहते हैं। सरताज के तीन बच्चे हैं जिसमें 2 लड़के सैफुल्लाह और खालिद जबकि एक लड़की है। वहीं सरताज के बड़े भाई मोहम्मद नसीम हैं ये रिटायर्ड टीचर हैं जिनके दो बेटे फैसल और इमरान है।

6 महीने से रह रहा था किराए के मकान में:-

कानपुर पुलिस के मुताबिक आतंकी सैफुल्लाह आईएसआईएस के खुरासन माड्यूल का सदस्य था। इमरान और फैजल के पास से आईएसआईएस से जुड़े होने के कई सुबूत मिले हैं। इन्काउंटर में मारे गए आतंकी और इमरान के बीच गहरी दोस्ती थी। दोनों एक साल पहले आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े थे। दोनों को बम बनाने और भारत में दहशत फैलाने की जिम्मेदारी दी गई थी। बताया जा रहा है जिस घर में सैफुल्लाह छिपा था उस घर के मालिक का नाम बादशाह है जो कि सऊदी का रहने वाला था। उसने ये घर 6 महीने पहले किराए पर चार लोगों को दिया था।

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