नई दिल्ली। देश की राजनीति में आए दिन भूचाल आता ही रहता है। जिसका असर सीधे तौर पर राजनीतिक पार्टियों पर देखने को मिलता है। देश की आजादी के बाद सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस की हालत इन दिनों कुछ ठीक नहीं है। आए दिन पार्टी से नेताओं के द्वारा इस्तीफा देने की खबरें चलती रहती हैं। यह सब देखकर लगता है अगर ऐसा ही चलता रहा तो कहीं एक दिन कांग्रेस का वजूद ही खत्म न हो जाए। पार्टी के नेताओं की समस्या को जानने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक आज बैठक रखी थी। जिसमें कई बड़े नेता शामिल थे। लेकिन बैठक से ठीक पहले कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल पर निशाना साधते हुए पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई की प्रभारी रुचि गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की राष्ट्रीय संयुक्त सचिव रुचि गुप्ता ने एनएसयूआई के अंदर सांगठनिक फेरबदल में हो रही देरी को वजह बताते हुए प्रभारी पद से इस्तीफा दिया है।
बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी-
बता दें कि वहीं एनएसयूआई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप में अपने इस्तीफे का संदेश साझा करते हुए रूचि गुप्ता ने लिखा है कि “मैंने इस्तीफा दे दिया है। जैसा कि आप जानते हैं, कई महीनों से महत्वपूर्ण सांगठनिक बदलाव लंबित हैं। संगठन महासचिव की वजह से हो रही इस देरी के कारण संगठन का नुकसान हो रहा है। मौजूदा हालात में यह संभव नहीं है कि बार-बार कांग्रेस अध्यक्ष तक बात ले जाई जाए। गौरतलब है कि एनएसयूआई की प्रभारी ने इस्तीफा देने के लिए उस दिन को चुना जिस दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हो रही है। इस बैठक में पार्टी के कई असन्तुष्ट नेता भी शामिल हैं जिन्होंने संगठन में चुनाव और बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। अहम बात यह है कि सोनिया गांधी की बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल नहीं हैं। दूसरी तरफ उन्हें निशाने पर ले कर एनएसयूआई की प्रभारी ने इस्तीफा दे कर साफ कर दिया है कांग्रेस में अंदरूनी विवाद काफी गहरा है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में रूचि गुप्ता की विदाई तय थी हालांकि उनके इस्तीफे और इस्तीफे की टाइमिंग से पार्टी के अंदर लोग हैरान हैं। रुचि गुप्ता ने अपने इस्तीफे का एलान ट्विटर पर किया है।