नई दिल्ली। एक वीडियो कॉल से शुरू हुई लड़ाई ही रोहित शेखर की मौत का कारण बनी। यह चौंकाने वाला तथ्य क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया है। क्राइम ब्रांच की मानें तो जब रोहित उत्तराखंड से कार से दिल्ली लौट रहा था तो उस वक्त डिफेंस कॉलोनी स्थित घर में मौजूद उसकी पत्नी अपूर्वा शुक्ला ने उसे वीडियो कॉल किया था। यह वीडियो कॉल ही अंतत: उसकी जान का कारण बना।
दरअसल, रोहित उत्तराखंड से जब लौट रहा था तो कार को उसका ड्राइवर अखिलेश चला रहा था।
उसके साथ अगली सीट पर गोलू बैठा था, जबकि पीछे रोहित, उसकी महिला रिश्तेदार और एनडी तिवारी के समय से उनका काम देखने वाला निगम नाम का एक शख्स बैठे थे। घटना वाली शाम जब अपूर्वा ने वीडियो कॉल किया तो उस वक्त उसे कार में वह महिला भी बैठी दिखाई दी। इसके बाद ही वह भड़क गई थी। दरअसल, उस महिला रिश्तेदार वह शुरू से ही खफा रहती थी। इतना ही नहीं, उस महिला के साथ ही रोहित शराब भी पी रहा था। इस बात ने उसे और भी भड़का दिया। हालांकि, वीडियो कॉल के दौरान तो उसने रोहित से इस बारे में कुछ ज्यादा नहीं कहा, लेकिन वह गुस्से में उसने पूरी बात किए बगैर ही फोन काट दिया था।
इस बीच रात करीब 10 बजे रोहित शेखर सहित कार में सवार महिला समेत अन्य चारों और दूसरी कार मे सवार रोहित की मां उज्जवला भी पहुंची। इस दौरान करीब आधे घंटे तक सभी डिफेंस कॉलोनी के घर में रहे। वह महिला, उसका पति और अन्य सदस्य उज्जवला के साथ तिलक लेन स्थित घर में चले गए, जबकि रोहित अपने कमरे में चला गया।
झगड़ा के बाद रोहित का गला घोट दिया
रोहित चूंकि रास्ते में शराब पीते हुए दिल्ली पहुंचा था। इस कारण वह बेहद नशे में था। इस बीच करीब सवा 12 बजे अपूर्वा उसके कमरे में गई तो वह नशे में लेटा हुआ था। अपूर्वा ने उससे पूछा कि वह कार में महिला के साथ शराब पी रहा था तो क्या वह भी शराब पी रही थी। इस पर रोहित ने जवाब दिया कि हां वह भी मेरे साथ शराब पी रही थी। हमदोनों एक ही गिलास में शराब पी रहे थे। शराब अगली सीट पर बैठा गोलू बना रहा था और उसी गिलास से मैं और वह महिला बारी-बारी से शराब पी रहे थे। इस बात को लेकर अपूर्वा एकदम से भड़क गई। इसके बाद वह रोहित से झगड़ा करते हुए इतने गुस्से में आ गई कि उसने रोहित का मुंह और नाक दबा दिया। फिर उसकी गला घोट कर हत्या कर दी।.
80 मिनट में सब कुछ हुआ
रोहित के कमरे में जाने और उससे झगड़ा करने से लेकर उसकी हत्या तक सबकुछ 80 मिनट में हुआ। हत्या रात के 1 बजे के आसपास हो गई थी। लेकिन, उसे इन्सोमेनिया था और अक्सर वह देर रात तक जगे रहते थे। इस कारण देर तक सोते रहने की उसे आदत थी। इसी का फायदा उठाते हुए अपूर्वा ने मां उज्ज्वला के पूछने पर यह कह दिया कि वह सो रहे हैं। इसके चलते लोगों को शक नहीं हुआ।