वियतनाम के मिलिट्री कॉम्बैट डायवर्स को पीछे हटाने के लिए चीन ने साउथ चाइना सी के विवादित आइसलैंड पर अपने रोकेट लॉन्चर्स तैनात किए हैं। जिसका खुलासा बीजिंग के सरकारी मीडिया ने किया है। जानकारी के लिए बता दें कि साउथ चीन सी में चीन के आक्रामक रुख का अमेरिका के अलावा भारत भी विरोध करता रहा है। अब चीन के उठाए इस कदम से कयास लगाए जा रहे हैं कि एरिया तनावपूर्ण स्थिती पैदा हो सकती है।
न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक न्यूज़पेपर डिफेंस टाइम्पस ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में बताया की विवादित स्प्रैटली आइलैंड ने फियरी क्रॉस रीफ पर चीन ने नॉरिनको CS/AR-1 55 mm एंटी फॉगमैन रोकेट तैनात किया है, ऐसा दुश्मनों पर हमला करने और अपनी क्षमता आंकने के लिए किया है। हालांकि ये रोकेट लॉन्चर्स कब तैनात किए गए इसका खुलासा रिपोर्ट में नहीं किया गया।
इस बारे में चीन का कहना है कि वह चाइना सी के आइलैड्स पर मिलिट्री कंस्ट्रक्शन उतना ही करेगा जितना उसके लिए जरूरी है। आपको बता दें कि अमेरिका साउथ चाइना सी में मिलिट्री की तैनाती को लेकर बीजिंग का हमेशा आलोचना करता रहा है।
विवाद की असली वजह
साउथ चाइना सी का करीब 35 लाक स्क्वेयर एरिया विवादित है। साथ ही यहां तेल और गैस के बड़े भंडार भी हैं। अमेरिका के मुताबिक इलाके में 213 अरब बैरल तेल और 900 ट्रिलियन क्यूबिक फीट नेचुरल गैस हैं।