बहरोड़ से संदीप कुमार शर्मा की रिपोर्ट
बहरोड़। मंथन फॉउंडेशन द्वारा आयोजित इंटरनेशनल दिव्यांग टैलेंट हंट शो का परिणाम मंगलवार को मंथन कार्यालय पर फेसबुक लाइव के माध्यम से जारी किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डांस दीवाने फेम व क्लासिकल डांसर मोनिका भारती द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। परिणामों की जानकारी देते हुए डा. पीयूष गोस्वामी ने बताया कि इस सांस्कृतिक कार्यक्रमों के इस प्रथम चरण में देश विदेश से करीब 150 एंट्रीज प्राप्त हुई। जिसमें मानसिक मंद, डाउन सिंड्रोम, सेरेब्रल पाल्सी, श्रवन बधिता, दृष्टि बाधिता, आटिज्म एवं अन्य शारिरिक एवं मानसिक दिव्यांग बच्चों ने हिस्सा लिया। जिसमें अलग अलग केटेगरी, एज ग्रुप एवं प्रस्तुतियों के आधार पर विजेताओं की सूची तैयार की गयी। बच्चों, अभिभावकों एवं दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रही विभिन्न संस्थाओं द्वारा इस आयोजन को काफी सराहा गया एवं इस आयोजन की मदद से निश्चित ही भविष्य में हमारे क्षेत्र के दिव्यांग बच्चों की प्रतिभाओं को खोजने, निखारने एवं प्रदर्शित करने की राह आसान होगी।
डांस के माध्यम ने भावनाओं को व्यक्त करना-
बता दें कि मंथन फॉउंडेशन द्वारा आयोजित इंटरनेशनल दिव्यांग टैलेंट हंट शो का परिणाम मंगलवार को मंथन कार्यालय पर फेसबुक लाइव के माध्यम से जारी किया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम को होस्ट कर रही डा. सविता गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था से कुछ विख्यात लोगों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया एवं मार्गदर्शन प्रदान किया। मुख्य वक्ता के रूप में प्रीति पटेल जो कि अंजिका सोसाइटी कोलकाता की निदेशक हैं, मणिपुरी डांस के माध्यम से पिछले दो दशकों से दिव्यांग बच्चों को देश विदेश में मंच प्रदान करने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि डांस से बच्चों की मोटर एवं मेन्टल स्किल डवेलप होती हैं। जिसे उन्होंने मूवमेंट थेरेपी का नाम दिया एवं बच्चे डांस के माध्यम से अपनी भावनाओं को आसानी से व्यक्त कर सकते हैं। साथ ही दिल्ली से एडवोकेट अनिता गुप्ता जो खुद भी दिव्यांग है एवं मां शक्ति इंटरनेशनल संस्था की फाउंडर भी हैं उन्होंने दिव्यांग बच्चों के अधिकारों एवं नियमों पर चर्चा की एवं दर्शकों को जागरूक करते हुए बताया किस प्रकार दिव्यांग एवं उनके परिवारजन इन सभी सुविधाओं को प्राप्त कर सकते हैं एवं अपने जीवन को सुगम बना सकते है।
डाउन सिंड्रोम फेडरेशन ऑफ इंडिया से मोटिवेशनल स्पीकर-
वक्ताओं के इस क्रम में दिल्ली से ही डाउन सिंड्रोम फेडरेशन ऑफ इंडिया से मोटिवेशनल स्पीकर जो स्वयं एक डाउन सिंड्रोम बच्ची की माँ भी है ने अपने स्पीच से सभी को मोटिवेट किया। उन्होंने बताया कि दिव्यांग बच्चों का आपके परिवार में होना एक कलंक नहीं बल्कि गर्व का विषय है। थोड़ा सा प्यार एवं थोड़ा सा सहयोग अगर आप इनको दें तो ये बहुत जल्दी आपको अपना बना लेते हैं एवं हर क्षेत्र में अपने को स्थापित करने की क्षमता भी रखते हैं। जज के रूप में लखनऊ से मंदाकिनी बहुगुना शास्त्री जो पिछले 35 वर्षों से दिव्यांग बच्चों के साथ कार्य कर रही हैं, एमपी से दिव्यांग होने के बाद भी अपने डांस के हुनर से अपनी पहचान बनाने वाले रवि शुक्ला, झारखंड से आकाशवाणी में प्रोग्राम मैनेजर के पद पर कार्यरत एवं मधुर आवाज की धनी सिंगर राखी झा, जिन्होंने दिव्यांगता को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया ने भी अपने सफर को दर्शकों के साथ शेयर किया। डांस दीवाने फेम मोनिका भारती जो कि दृष्टिबाधित होने के बावजूद अपने नृत्य द्वारा प्रसिद्धि प्राप्त कर चुकी हैं द्वारा एक डांस की प्रस्तुति भी दी गयी।
इस इवेंट का उद्देश्य दिव्यांग भी इंसान हैं- डा. गोस्वामी
इस दौरान डा. गोस्वामी ने बताया इस इवेंट के जरिये समाज को संदेश देना चाहते हैं कि दिव्यांग भी इंसान हैं। उनको भी भूख लगती है, दर्द होता है, उनकी भी इच्छाएं होती हैं, उन्हें भी सम्मान चाहिए। वो भी कुछ करना चाहते हैं कुछ बनना चाहते हैं। उन्हें न किसी की सहानुभूति चाहिए एवं न ही नजर अंदाजी, उन्हें चाहिए तो बस थोड़ी सी सहायता एवं प्यार। वे किसी भी तरीके से किसी से कम नहीं हैं और इस मंच के माध्यम से उनकी इन्हीं क्षमताओं को हम सभी के सामने लाना चाहते हैं। कार्यक्रम सह संयोजक दीपक सैनी व नेहा जैन, सांत्वना जेना ने बताया कि आने वाले समय में हम अपने अगले चरणों जैसे आर्ट एंड क्राफ्ट, गेम्स, एजुकेशनल एक्टिविटीज के साथ रूबरू होंगे। साथ ही प्रोफेशनल और इस क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं को भी जोड़ेंगे ताकि सभी एकजुट होकर अपनी आवाज को सशक्त कर सकें।