नई दिल्ली। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड काफी खास होने वाली है। राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में काफी कुछ खास होने वाला है। 68 सालों के सफर में ऐसा पहली बार होगा जब यूएई की सेना भारतीय सेना के साथ परेड में हिस्सा लेगी। यह पहला मौका होगा जब भारत में बना लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस राजपथ के ऊपर उड़ान भरेगा। इस पूरे प्रकरण का गवाह बनेंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अबू धाबी के राजकुमार शेख मोहम्मद।
यूएई की सेना करेगी परेड
68 सालों के इस सफर में ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय सेना के साथ यूएई की आर्मी भी राजपथ पर मार्च करती नजर आएगी। यूएई की ओर से परेड में हिस्सा लेने के लिए 144 जवान और 44 बैंड के सदस्यों की टीम भारत आई है। इस बारे में जानकारी देते हुए एक सेना के अधिकारी ने गत दिनों बताया था कि
, “यूएई मेहमान के तौर पर इस परेड में शामिल हो रहा है इसलिए परेड को लीड करने का मौका उन्हीं की टुकड़ी को मिलेगा।’
एनएसजी कमांडो भी लेंगे हिस्सा
यह पहला मौका होगा जब नेशनल सिक्युरिटी गार्ड गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेंगे। बता दें कि अब तक सिर्फ एनएसजी गणतंत्र दिवस की सिक्युरिटी का ही हिस्सा था।
तेजस का जलवा
राजपथ पर साढ़े चार मिनट के फ्लाई पास्ट में देश में बना फाइटर प्लेन तेजस दिखाई देगा। तेजस के लिए परेड में शामिल होने का यह पहला मौका होगा। इससे पहले देसी प्लेन के रूप में मारूत फ्लाई पास्ट करता था। 1971 की जंग में अहम भूमिका अदा कर चुके मारूत को 1990 में रिटायर किया गया था।
देसी बोफोर्स धनुष
देसी बोफोर्स कहलाने वाली धनुष तोप पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होगी। गौरतलब है कि धनुष की रेंज बोफोर्स से भी ज्यादा है। ये 38 किलोमीटर तक मार कर सकती है। 45 कैलीबर की 155 मिलीमीटर और ऑटोमेटिक ‘धनुष’ बोफोर्स तोप की टेक्नीक पर बेस है।