लखनऊ। देश में आए दिन दंगा फसाद होता रहता है। ऐसा ही एक दंगा 2013 में मुजफ्फरनगर में हुआ था, जहां 60 लोग मारे गए थे और 4 हजार से अधिक लोग विस्थपति हुए थे। यह दंगा इतना भड़क गया था कि देश में अशांति का माहौल पैदा हो गया था। इसके साथ ही बता दें कि इस मामले में बीजेपी नेताओं को राहत मिली है। योगी सरकार ने कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, बीजेपी विधायक संगीत सोम और कपिल देव पर दर्ज मुकदमों को वापस ले लिया है। 7 सितंबर 2013 में नंगला मंदौड़ की महापंचायत के बाद इन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
महापंचायत के बाद हुआ था इन नेताओं पर केस दर्ज-
बता दें कि योगी सरकार ने कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, बीजेपी विधायक संगीत सोम और कपिल देव पर दर्ज मुकदमों को वापस ले लिया है। बता दें कि सरकारी वकील राजीव शर्मा ने मुजफ्फरनगर की एडीजे कोर्ट में मुकदमा वापसी के लिए अर्जी दी थी। इस अर्जी पर कोर्ट ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। बीजेपी नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी और तोड़फोड़ की धाराओं में केस दर्ज किया गया था। मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव की हत्या के बाद यहां महापंचायत बुलाई गई थी। गौरतलब है कि अगस्त और सितंबर 2013 में मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में हुई सांप्रदायिक झड़पों के पीछे शाहनवाज और गौरव, सचिन नामक दो अन्य युवकों की मौत को वजह माना जा रहा था। दंगे में 60 लोग मारे गए थे और 40,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे।