लखनऊ: कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद अब शरीर मजबूत हो रहा है। अब आने वाली लहर से लोगों को बचाया जा सकता है। वैक्सीनेशन के बाद शरीर में कितनी एंटीबॉडी बनी, इसके लिए सीरो सर्वे किया गया, जिसके बहुत ही अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं।
अकेले यूपी में 71% लोग ऐसे पाए गए, जिनमें वैक्सीन लगाने के बाद एंटीबॉडी शरीर में बन रही है। इसका सीधा सा मतलब यह है कि आने वाली तीसरी लहर में उनको कम खतरा रहेगा। वैक्सीनेशन का सकारात्मक असर देखने को मिला है, जिन लोगों ने टीके की एक डोज लगवाई थी। उनमें स्थिति बेहतर है, जबकि दोनों डोज लगवाने वाले लोगों में एंटीबॉडी बन गई है।
उत्तर प्रदेश में पिछले 14 जून से लेकर 16 जुलाई के बीच में सीरो सर्वे किया गया। इसमें 70000 लोगों के शरीर में एंटीबॉडी की जांच करने के लिए सैंपल लिया गया था। जिसमें काफी अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। 70% से अधिक लोगों में एंटीबॉडी शरीर में बन गई है। इस सीरो सर्वे में लोगों के खून का सीरम लिया जाता है, बाद में इसकी जांच की जाती है।
प्रदेश में दूसरी वेब के दौरान भारी संख्या में लोग संक्रमित हुए थे। इस दौरान काफी तबाही देखने को मिली, लेकिन इसके बाद वैक्सीनेशन की गति में तेजी देखने को मिली है। संक्रमण का स्तर भी कम हो गया है। आने वाली तीसरी लहर से पहले तेजी से टीकाकरण अभियान को पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है।
हालांकि अभी भी भारी जनसंख्या के अनुरूप टीकाकरण नहीं हो पा रहा है। कई जगहों पर जागरूकता की कमी भी एक बहुत बड़ा कारण है। यह ज़ीरो सर्वे प्रदेश के 11 जिलों में करवाया गया था, जिसमें यह परिणाम मिला कि हर पांचवां व्यक्ति कभी ना कभी संक्रमण का शिकार हुआ है।