दिपावली स्पेशल 2020। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भगवान राम के 14 वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या वापस आए थे। जिसके उपलक्ष में दिपावली का महापर्व मनाया जाता है। इस दिन अयोध्या को दीपों से जाया गया थां जिससे पूरी अयोध्या नगरी जगमगा उठी थी। इस बार दिपावली का पर्व 14 नवंबर 2020 को मनाया जाएगा। दिपावली के इस शुभ अवसर पर 500 साल बाद बहुत ही लाभकारी संयोग बन रहा है। जो मनुष्य के लिए बहुत ही लाभदायक है।
बता दें कि इस बार दिपावली 14 नवंबर को शनिवार के दिन रहेगी। इस दिन तीन ग्रह अपनी स्थिति परिवर्तित करेंगे। ग्रहो की यह स्थिति आज से 499 साल पहले 1521 में देखने को मिली थी। इस दिन गुरू ग्रह अपनी राशि धनु में, शनि अपनी राशि मकर में रहेंगे। वहीं शुक्र ग्रह कन्या राशि में नीचे रहेगा। इन तीनों का यह दुर्लभ योग बड़ी ही लाभकारी है। वि़द्वानो के अनुसार गुरू और शनि को आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाला ग्रह माना गया है। इस बार दिपावली दिपावली के साथ ही नरक चतुदर्शी भी मनाई जाएगी। जिसे हम छोटी दिवाली कहते हैं।
दीपावली का शुभ मुहूर्त-
14 नवंबर को ही चतुदर्शी तिथि पड़ रही है। जो दोपहर 1 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। इसके बाद अमावस्या तिथि का आरंभ हो जाएगा जो 15 नवंबर की सुबह 10 बजे तक रहेगी। हालांकि 15 तारीख को केवल स्नान दान की अमावस्या की जाएगी। गौरतलब है कि लक्ष्मी पूजा संध्याकाल या रात्रि में दिवाली में की जाती है। दिवाली में मां लक्ष्मी के साथ-साथ श्री यंत्र की पूजा की जाती है। ज्योतिष विशेषज्ञों की मानें तो इस दिपावली गुरू धनु राशि में रहेगी। ऐसे में श्री यंत्र की पूजा रात भर कच्चे दूध से करना लाभदायक हो सकता है।
दिवाली पर इनकी करें पूजा-
दिपावली पर केवल महालक्ष्मी की ही नहीं बल्कि भगवान विष्णु की पूजा अर्चना भी श्रद्धा पूर्वक की जाती है। तब ही मां प्रसन्न होती हैं। इसके अलावा इस दिन यमराज, चित्रगुप्त, कुबेर, भैरव, हनुमानजी, कुल देवता और पितरों को श्रद्धा पूर्वक पूजना चाहिए।