गोपाल बिष्ट, संवाददाता
उद्यान निदेशालय चौबटिया में आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान विश्व प्रसिद्ध चौबटिया गार्डन में 1000 चेरी के पौधों के रोपण का संकल्प लिया गया। इसके लिए अलग से एक ब्लॉक बनाया गया है।
जिसमें नवीनतम तकनीक ब्रिज ग्राफ्ट पर तैयार चेरी की ड्यूरो-न्यूरो सेकिंड एवं थर्ड प्रजाति के पौधे रोपित किए जाएंगे। पौधरोपण की शुरुआत उद्यान निदेशक द्वारा की गई। उद्यान निदेशक डॉ. हरमिन्दर सिंह बवेजा ने कहा कि चौबटिया उद्यान की विश्व में एक अलग ही पहचान थी। उस पहचान को वापस लाने के लिए हम विशेष प्रयास करेंगे। आज से डबल वर्किंग की शुरुआत करने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों द्वारा चेरी की डिमांड को देखते हुए नवीनतम प्रजाति की चेरी की पौध लगाई जा रही है जो पर्यटक सीजन में तैयार हो जाती है। उसमें और पेड़ों की अपेक्षा ज्यादा फल आता है। कम भूमि वाले काश्तकार भी डबल वर्किंग वाले पौधे लगा कर अच्छा लाभ पा सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ये पौध उद्यान में ही तैयार की है।
उन्होंने कहा कि हर काश्तकार को अपने घर में एक बॉक्स मधुमक्खी का अवश्य रखना चाहिए। उन्होंने मधुमक्खी से होने वाले फायदों के बारे में भी बताया और बी- पालन के बारे में भी जानकारी दी उन्होंने कहा कि बी-पोलन कोरोना काल में काफी कारगर साबित हुआ है। इस दौरान नारायण सिंह राणा, दामोदर जोशी, लीला राम व गोपाल जोशी सहित कई लोग मौजूद रहे।