देहरादून। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने केंद्र सरकार की 100 दिन की उपलब्धियों पर देहरादून में एक प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में यथास्थिति में बदलाव से इसे न सिर्फ भारत के साथ जोड़ा गया है बल्कि इससे कश्मीर के लोगों को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि लंबे समय से चले आ रहे आतंकी माहौल पर कार्रवाई है।
चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का जिक्र करते हुए पोखरियाल ने कहा कि इसने 3,84,000 किलोमीटर का सफर सफलतापूर्वक पूरा किया। अपने सफर के आखिरी हिस्से में वह लड़खड़ा गया। अंतरिक्ष की यह यात्रा आगे के विकास की दिशा में एक कदम है। उन्होंने इसरो के वैज्ञानिक समुदाय के प्रति माननीय प्रधानमंत्री के संवेदनशील भाव की सराहना की। केंद्रीय मंत्री ने देश में उच्च शिक्षा को अगले स्तर तक ले जाने के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सरकार आईआईटी और राष्ट्रीय महत्व वाले दूसरे संस्थानों को विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्तर पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार लाभ के सीधे स्थानांतरण यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से नागरिकों तक सेवाएं पहुंचाने में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि निर्धारित समयसीमा से सात महीने पहले ही 8 करोड़ लाभार्थी परिवारों को गैस कनेक्शन देने का मुकाम हासिल कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतिबद्धता सरकार के हर काम को चित्रित करती है।
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड से जुड़े मुद्दों पर रमेश पोखरियाल ने कहा कि काफी समय से लंबित 2,675 करोड़ रुपये की राशि प्रतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैंपा) फंड के तहत जारी कर दी गई है। उन्होंने राज्य को ‘हिमालय दिवस’ की भी बधाई दी। हिमालय के पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण का संदेश फैलाने के लिए समूचे राज्य में हर साल 9 सितंबर को इसे मनाया जाता है।