हिमाचल प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है। चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा भी कर दी गई है। गुरुवार को चुनाव आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों का ऐलान किया गया। चुनाव आयोग की तरफ से जानकारी दी गई कि हिमाचल प्रदेश में चुनाव अधिसूचना 16 अक्टूबर को जारी की जाएगी और 9 नवंबर को यहां वोट डाले जाएंगे तथा 18 दिसंबर को वोटों कि गनती की जाएगी।
चुनाव आयोग की तरफ से बताया गया कि हिमाचल प्रदेश में कुल 7521 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं, सभी ग्राउंड फ्लोर पर होंगे और यहां वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाना है और 12 अक्टूबर से गुजरात में आचार संहिता लागू कर दी गई है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि राज्य चुनाव में वीवीपैट का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसके तहत हर उम्मीदवार चुनाव प्रचार में खर्च कर सकता है तथा चुनावी रैली की वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
आपको बता दें कि वीवीपैट में मतदाता निकली हुई पर्ची से संतुष्ट हो सकता है जिस उम्मीदवार को उसने अपना वोट दिया है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अपनी सत्ता बचाने के लिए जंग लड़ रही है लेकिन बीजेपी भी यहां पर सत्ता में आने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ रही है। बीजेपी अपने हथियार के तौर पर पीएम मोदी के सहारे सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। अगर पहले की बात कही जाए तो कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां सत्ता में रह चुकी हैं। हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीट हैं।
पिछली बार के आंकड़ों पर अगर नजर डाली जाए तो बीजेपी के पास 26 तो कांग्रेस के पास 36 तथा अन्य को 6 सीटें हासिल हुई थी। पिछली बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बढ़त बनाकर सत्ता हासिल की थी। साल 2012 में कांग्रेस को 43 और बीजेपी को 39 फीसदी वोट मिले थे। साल 2007 में कांग्रेस ने 5 फिसदी बढ़त बनाई थी जबकि 5 फीसदी बीजेपी नीचे गिर गई थी। हालांकि अभी गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है।