एक 15 साल लड़का जो कभी आईपीएस बनने की चाहता रखता था। पढ़ाई में 70 प्रतिशत अंक लाकर अपने भविष्य़ की अच्छी बुनियाद लिख रहा था। बॉक्सिंग में चैंपियन था।
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लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद उसकी दुनिया पूरी तरह से पलट गई। उसका भविष्य प्रकाश से अंधकार की ओर चले गया। पढ़ लिखकर जिस कानून की रखवाली का उसने ख्वाब देखा था। अब उसी कानून से वो जगह-जगह भागता फिर रहा था।
15 साल का बच्चा कैसे बना गैंगस्टर
15 साल के इस लड़के का नाम था सुभाष बानूड़ा। जिसका पिता बलबीर बानूड़ा एक कुख्यात गैंगस्टर था। बेटा पिता की राह पर नहीं चलना चाहता था। वो पढ़ लिखकर एक अच्छा इंसान बनना चाहता था। सबकुछ ठीक ही चल रहा था। लेकिन तभी बीकानेर की जेल में बलबीर बानूड़ा पर हमला हुआ। इस हमले में बलवीर बानूड़ा की मौत हो गई। पिता की मौत से सुभाष बानूड़ा इस कदर आहात हुआ कि उसने अपने पिता के दुश्मनों को मौत के घाट उतारने की ठान ली और यहीं से शुरू हुआ सुभाष बानूड़ा से गैंगस्टर सुभाष बानूड़ा बनने का सफर।
पिता की मौत का बदला लेने के लिए बना गैंगस्टर
सुभाष बानूड़ा पर अब अपने पिता की मौत का बदला लेने का भूत सवार था। सुभाष ने इसके लिए आनंदपाल गैंग ज्वाइन कर ली। आनंदपाल उस समय जुर्म की दुनिया का वो बादशाह था जिसे मात देना किसी की भी बस की बात नहीं थी। यहां तक कि पुलिस भी आनंदपाल के नाम से खौफ खाती थी। सुभाष बानूड़ा का पिता बलवीर बानूड़ा आनंदपाल का दोस्त था। बीकानेर जेल में उस दिन दोनों पर हमला हुआ था। लेकिन इसमें आनंदपाल बच निकला। और बलवीर की मौत हो गई थी। खैर सुभाष बानूड़ा अब जुर्म की दुनिया में एंटर हो चुका था। सुभाष ने महज 15 साल की उम्र में पहला जुर्म किया हत्या लूट और चोरी की वारदातों में उसकी मौजूदगी बढ़ने लगी थी। ऐसे में अब पुलिस भी सुभाष बानूड़ा के पीछे लग गई। यहीं से उसके जुर्म के बहीखाते की शुरूआत हो गई।
आनंदपाल की मौत के बाद AP गैंग से जुड़ा
सुभाष की जुर्म की दुनिया का सफर शुरू ही हुआ था कि कुछ दिन बाद पुलिस मुठभेड़ में आनंदपाल मारा गया। उसके मारे जाने के बाद से सुभाष ने AP गैंग को लीड कर रहे सुभाष बराल के जुडकर काम करने लगा। अब तक सुभाष पर फायरिंग और मारपीट सहित 7-8 मामले दर्ज हैं। तकरीबन डेढ़ साल तक सुभाष पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा। एक दिन अचानक सुभाष बानूड़ा एसओजी ऑफिस पहुंचा। जहां तत्कालीन SOG आईजी दिनेश एमएन के सामने उसने सरेंडर कर दिया। सरेंडर के दौरान सुभाष ने एक अच्छा इंसान बनने की इच्छा जताई थी। उस वक्त सुभाष नाबालिग था।
मूसेवाला हत्याकांड में आया नाम
सुभाष बानूड़ा का अब पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में नाम आने के बाद क्राइम वर्ल्ड में खलबली मच गई है। मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटर्स में से एक सीकर का सुभाष बानूड़ा भी है। मूसेवाला केस में नाम सामने आने के बाद फिर से सवाल खड़े हो गए हैं कि साफ सुथरी जिंदगी जिने वाला सुभाष बानूड़ा फिर क्राइम की दुनिया में कैसे उतर गया।