राजस्थान के बाड़मेर जिले में आरटीआई कार्यकर्ता को अगवा कर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। बदमाशों ने RTI कार्यकर्ता के शरीर में सरिया घुसा दिया और पैरों में कीलें ठोक दी।
RTI कार्यकर्ता को अगवा कर बदमाशों ने बेरहमी से पीटा
राजस्थान के बाड़मेर जिले में आरटीआई कार्यकर्ता को अगवा कर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। जिसके बाद से पूरी बाड़मेर में इसको लेकर हंगामा मचा हुआ है। आरोपियों ने कार्यकर्ता के साथ इतनी बर्बरता की जिसे देखकर हर कोई सहम गया। बदमाशों ने RTI कार्यकर्ता के शरीर में सरिया घुसा दिया और पैरों में कीलें ठोक दी। ये पूरा मामला बाड़मेर के गिड़ा थाना क्षेत्र के चीमाणियों में ग्राम पंचायत का है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर हुई बर्बरता
शराब माफिया का तांडव और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना आरटीआई कार्यकर्ता को इतना महंगा पड़ गया कि उसकी जान पर बन आई। बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना क्षेत्र में आरटीआई कार्यकर्ता के साथ ऐसी बर्बरता देख हर कोई सहमा हुआ है। घटना बीते मंगलवार की है। 8 बदमाश कार में सवार होकर आए और आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम को अगवा कर कुंपलिया गांव ले गए। यहां सुनसान जगह पर बदमाशों ने पहले उसके पैर पर सरियों से हमला किया और उसके पैर तोड़ दिए फिर पैरों में लोहे की कीलें ठोक दी।
पैर तोड़ने तक सरिये से पीटते रहे बदमाश
हैवानों ने कार्यकर्ता अमराराम को मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इतना ही नहीं बदमाशों ने उसके पैरों पर तब तक लोहे के सरिये से वार किया जब तक पैर से मांस पूरा नहीं निकल गया। इसके बाद अमराराम को पैसाब भी पिलाया। पुलिस शिकायत में अमराराम ने बताया कि बदमाशों ने कहा कि पूर्व सरपंच, मौजूदा सरपंच,नेमाराम लखारा, शराब ठेकेदार, परेऊ के खिलाफ आरटीआई वापस ले लो नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे।
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं बाड़मेर एसपी ने बताया कि पीड़ित ने रटीआई के जरिए पुलिस और अन्य अधिकारी को जानकारी दी, जिसकी वजह से इस तरह की बर्बरता की गई है। वहीं पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच भी शुरू कर दी है। वहीं अब आरटीआई कार्यकर्ता के साथ इस तरह की बर्बरता के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।