राजस्थान। एनसीईआरटी कोर्स में राष्ट्रवाद शामिल किए जाने की मांग राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने की है। उनका मानना है कि एनसीईआरटी के नए पाठ्यक्रम राष्ट्रवाद पर आधारित होना चाहिए। शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी जोर देते हुए कहा है कि राष्ट्रीयता के पाठ्यक्रम में कई राज्यों के वीरों केबारे में उल्लेख को शामिल किया जाना चाहिए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देवनानी का कहना है कि वासुदेव देवनानी का मानना है कि केंद्र ने नए कोर्स में शामिल होने वाले बदलावों के बारे में सुझाव मांगा था जिसके बाद उन्होंने यह प्रस्ताव रखा है।
सूत्रों के अनुसार शिक्षा मंत्री ने कहा है कि कोर्स में बदलाव के साथ साथ स्कूलों में भी बदलाव करने की जरूरत है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि दो सालों में 12 लाख से ज्यादा छात्रों ने राज्य स्तरीय स्कूलों में अपना नामांकन कराया है। जिसके बाद इस साल राज्य स्तरीय स्कूलों में 8 लाख के करीब छात्रों का नामांकन होने की उम्मीद है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ एजूकेशन और एनसीईआरटी के साथ बैठक में देवनानी ने यह सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राजस्थान पहला एक ऐसा राज्य बना है जिसने अपने स्कूलों की किताबों में आपातकालीन का एक अलग से चैप्टर रखा हुआ है। उन्होंने कहा है कि आपातकालीन भारतीय इतिहास का महत्व रखता है इसलिए किताबों में इसे शामिल किया गया है जिससे छात्रों को आपातकालीन के बारे में ज्यादा जानकारी मिल सके। उनका मानना है कि इस कोर्स की शुरूआत में मातृभाषा होनी चाहिए।