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Tractor Rally Delhi: राजधानी में हुई हिंसा के बाद बोले राकेश टिकैत, दोषी पाए जाने जाने पर छोड़ना होगा आंदोलन

WhatsApp Image 2021 01 27 at 11.37.21 AM Tractor Rally Delhi: राजधानी में हुई हिंसा के बाद बोले राकेश टिकैत, दोषी पाए जाने जाने पर छोड़ना होगा आंदोलन

नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने की मांग की थी। जिसके बाद किसान संगठनों और दिल्ली पुलिस के बीच हुई बैठकों में किसानों के ट्रैक्टर मार्च को अनुमति मिल गई थी। जिसके बाद बीते कल यानि गणतंत्र दिवस पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च किया, लेकिन ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा हो गई। जिसमें 86 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इससके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भी हानि पहुंचाई। जिसके बाद राकेत टिकैत ने बुधवार की सुबह एक बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि जो आदमी हिंसा में पाया जाएगा, उसे स्थान छोड़ना पड़ेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को पहुंचाया नुकसान-

बता दें कि देश में बीते दो महीने से कृषि काूननों के विरोध में दिल्ली बाॅर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है। किसान कृषि कानून वापसी की मांगो को लेकर दिल्ली के चारों ओर डटे हुए हैं। जिसके चलते सरकार और किसानों के बीच 11दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन किसी में भी कोई समाधान नहीं निकल पाया है। जिसके चलते किसानों ने गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया था। दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के बीच ट्रैक्टर मार्च को लेकर कई दौर की वार्ता हुई और ट्रैक्टर मार्च को लेकर सहमति बन गई। जैसा ही कल किसानों का ट्रैक्टर मार्च शुरू हुआ। ठीक उसके कुछ देर बाद प्रदर्शनकारियों के जत्थे ने लाल किले पर धावा बोल दिया और वहां पर खालसा पंथ का झंडा निशान साहिब लहरा दिया। प्रदर्शनकारी यहीं नहीं रूके। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। इस हिंसा में 86 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए है। इसके साथ ही दिल्ली में 1500 जवानों को तैनात किया जाएगा।

हिंसा के बाद राकेश टिकैत ने जानें क्या कहा-

इसके साथ ही इसके साथ ही दिल्ली इंडिया गेट इलाके को पूरी तरह सील किया गया। इसी बीच दिल्ली पुलिस 31 जनवरी तक दिल्ली में लाॅकडाउन लगाने के आदेश दिए है। हीं नोएडा, गाज़ियाबाद में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। जानकारी के अनुसार कल हुई हिंसा में करीब 86 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं इस दौरान एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत भी हो गई। पुलिस ने इस पूरे मामले के बाद 22 एफआईआर दर्ज की हैं। जिसके बाद आज सुबह राकेश टिकैत ने कहा कि जिसने झंडा फहराया वो कौन आदमी था, एक कौम को बदनाम करने की साज़िश पिछले दो महीने से चल रही है। कुछ लोग को चिंहित किया गया है, उन्हें आज ही यहां से जाना होगा। जो आदमी हिंसा में पाया जाएगा उसे स्थान छोड़ना पड़ेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

 

 

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