राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। आपको बता दे कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की ओर से भी राजस्थान चुनाव में दिलचस्पी दिखाई जा रही है। समाजवादी आंदोलन से जुड़े नेताओं के बड़े वैक्यूम को भरने की दिशा में जदयू ने चौतरफा प्रयास शुरू कर दिया है। जहां-जहां समाजवादी आंदोलन का गढ़ रहा है, वहां पर जदयू ने संगठन को फिर से खड़ा करने का काम शुरू कर दिया है।
नीतीश कुमार की सभा
इसी सिलसिले में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजस्थान में एक सभा को संबोधित करने वाले हैं। इसके लिए वे मंगलवार की दोपहर राजस्थान के लिए प्रस्थान करेंगे। मंगलवार को वे उदयपुर पहुंचेंगे और वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। बुधवार को वे सड़क मार्ग से बांसवाड़ा पहुंचेंगे और सभा को संबोधित करेंगे। बता दे कि बिहार में नीतीश कुमार की ओर से पूर्ण शराबबंदी और दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ आंदोलन चलाया गया है।
लड़कियों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए अलग से राशि का प्रावधान किया है। इससे देश में उनकी अलग छवि बनी है। शरद यादव के कार्यकाल में सुप्त अवस्था में चली गयी पार्टी को नीतीश कुमार फिर से जीवित करना चाहते हैं। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने बताया कि इसको लेकर उन्होंने चौतरफा प्रयास शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि यह जरूरी नहीं है कि चुनाव में हमारे कितने उम्मीदवार जीतते हैं।
बता दे कि राजस्थान चुनाव में आम आदमी पार्टी भी काफी दिलचस्पी दिखा रही है और आप वे जनता को लुभान के लिए किसानों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। बता दे कि 1जून से 10जून तक किसान संगठन अपनी मांगों को लेकरमंडियों का बहिष्कार करेंगे और फसल को अपनी कीमत पर गांव में हाट लगाकर बेचेंगे। आम आदमी पार्टी किसान आंदोलन के जरिए केंद्र की मोदी सरकार को घेरना चाहती है. इस मसले को लेकर आप नेताओं ने मोदी सरकार पर किसानों को ठगने का आरोप लगाया है।