मॉब लिंचिंग के में अकबर खान की मौत के बाद परिजन और पड़ोसी धरने पर हैं। परिजनों समेत गांव वाले भी अकबर और उसके दोस्त असलम के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने शव को सुपुर्द-ए-खाक करने से मना कर किया है।मालूम हो कि हरियाणा के नूंह जिले के कोलगांव में सड़क पर अकबर का शव रखकर धरने पर बैठे हैं।
अकबर परिजनों के साथ गांव वाले राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर परिवार के लिए न्याय की मांग कर रहे
परिजनों के साथ गांव वाले राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर परिवार के लिए न्याय की मांग कर रहे है।मामले के बारे में बता दें कि अकबर खान और उसके दोस्त असलम को मारपीट कर मारने का आरोप है।यह वकया तब घटा जब अकबर खान और उसका दोस्त लाडपुर से गयों को खरीदकर हरियाणा के नूह जिला ले जा रहा था। अकबर के कथित तौर पर दो आरेपियों को पूलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वही तीन अन्य लोगों की पहचान कर ली गई है।
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अकबर खान का निधन अस्पताल ले जातेसमय हो गया था
मिली जानकारी के मुताबिक अकबर की मां ने कहा कि मुझे अपने बेटे के लिए न्याय चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं होगा तब तक हम बेटे के उसके शरीर को दफन नहीं करेंगे।बता दें कि अकबर और असलम को पीटा जा रहा था जहां पर वहां पुलिस पहुंची।अकबर खान का निधन अस्पताल ले जाते समय हो गया था।लेकिन इस घटना के बारे में अकबर पुलिस को बताने में कामयाब रहा था और उसने मारने का पांच लोगों पर आरोप लगाया था।शनिवार को पुलिस ने कहा कि खान के दोस्त असलम का बयान दर्ज किया जाना है। गोरतलब है कि असलम बीड़ से बचकर मौके से भाग निकला था।
मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की थी
अलवर में हुई लिंचिंग की घटना पर केंद्रीय मंत्रियों नेबयान दिए थे।मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की थी। राठौर ने कहा कि यह स्पष्ट है कि ऐसी ‘पीट कर जान लेने की’ घटनाएं अगर किसी के भी साथ और कहीं पर भी हो रही हैं। तो यह गैरकानूनी और गलत हैं।जो भी वहां के प्रशासन हैं। उन्हें तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।