प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह सहित कुछ अन्य लोगों को घर मे नजरबंद कर लिया गया है। आपको बता दें कि उदय प्रताप सिंह पर मोहर्रम के दसवीं के दौरान शहर में निकलने वाले जुलूस के पास ही आयोजित भंडारे को रोकने का आरोप है। गौरतलब है कि कोर्ट ने पहले ही भंडारे को रोकने का आदेश दिया था, इसके परे भंडारे की तैयारियां की जा रही थीं।
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ में राजा भैया और उनके पिता का बोलबाला है। बताया जाता है कि गांव शेखपुर आशिक में मोहर्रम की दसवीं पर एक लंगूर को मार डालने के चलते राजा उदय प्रताप द्वारा एक हनुमान मंदिर का निर्माण करवाया गया था। मंदिर के प्रारंभ करने के लिए पूजा पाठ और भंडारे का आयोजन किया जाना था। प्रशासन नें मोहर्रम को देखते हुए जुलूस के रास्ते में भंडारे के लिए रोक लगाई थी, एसडीएम कुंडा द्वारा पहले ही इस बावत नोटिस भेजा जा चुका था। इन सब के बावजूद भी जब भंडारे के आयोजन की तैयारियां चल रही थीं ऐसे में प्रशासन ने राजा भैया के पिता समेत पांच को घर में नजरबंद कर दिया।
गौरतलब है कि एसडीएम ने राजा भैया के पिता को उनके आवास पर ही नजरबंद रहने का फरमान सुनाया है। उदय प्रताप के साथ ही उनके सहयोगी सहयोगी जितेंद्र यादव, आनंद पाल, रमाकांत मिश्र, भवानी विश्वकर्मा, रवि सिंह को भी नजरबंद किया गया है। साथ ही घर के सुरक्षा के लिए जवानो की भी तैनाती करा दह गई है जिससे कोई बाहर ना निकल सके। साथ ही भंडारा के आयोजन स्थल और मोहर्रम के जुलूस को सुरक्षा देने के लिए प्रशासन ने कड़ी व्यवस्था की हुई है।