नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर के हालात में जो सुधार किए थे, उसे नरेंद्र मोदी की सरकार ने मटियामेट कर दिया। राहुल गांधी ने यहां सोमवार रात कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली संप्रग सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर के हालात में जो सुधार किए थे, वह मोदी सरकार की विध्वंसक नीतियों की भेंट चढ़ गया।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुक मौलाना असद मदनी द्वारा आयोजित एक ईद मिलन समारोह के दौरान राहुल ने कहा कि कश्मीर घाटी में हालत से सही ढंग से नहीं निपटने के कारण यह राजनीतिक उथल-पुथल सामने आया है।
हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर घाटी में व्यापक प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों व सुरक्षा बलों के बीच झड़प में 30 से अधिक लोगों की मौत के बाद राहुल की यह टिप्पणी सामने आई है।
कार्यक्रम में अजीत सिंह (राष्ट्रीय लोक दल), शरद यादव (जद-यू), सीताराम येचुरी (माकपा), अतुल कुमार अंजान (भाकपा), अशोक मलिक (समाजवादी पार्टी), संजय सिंह (आम आदमी पार्टी), जमात-ए-इस्लामी, जमात अहले हदीस, मुस्लिम मजलिस मुशवरात के प्रमुखों के साथ ही बरेलवी संप्रदाय के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने शिरकत की।
गांधी ने कहा कि जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तो उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर पर ध्यान केंद्रित किया और वर्षो की कड़ी मेहनत के बाद हम आतंकवाद प्रभावित राज्य में शांति कायम करने में कामयाब हुए।
उन्होंने आरोप लगाया कि हालात से ढंग से नहीं निपटने के कारण जो भी सुधार आया था, उसे मोदी सरकार ने मटियामेट कर दिया।
राहुल ने कहा कि कुछ महीने पहले जब वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक को लेकर उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी, तब उन्हें कश्मीर की चिंता से अवगत करा दिया था। उन्होंने कहा, “लेकिन जेटली ने मेरे विचारों को खारिज कर दिया और दावा किया कि सबकुछ नियंत्रण में है।”
राहुल ने कहा कि जब मनमोहन सिंह ने मई 2014 में मोदी को केंद्र की सत्ता सौंपी थी, तब जम्मू एवं कश्मीर में हालात बेहद सामान्य थे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता हमेशा यही कहा करते थे कि कांग्रेस ने राज्य के लिए कुछ नहीं किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, “आज मैं उनसे पूछ रहा हूं कि अशांत राज्य में शांति किसने लाई थी? हमने अपनी नीतियों के दम पर वहां के लोगों का विश्वास जीता था।”
(आईएएनएस)