लखनऊ: देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे पर रफ्तार भरने के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का काम लगभग पूरा हो गया है, लेकिन आवागमन की इजाजत अभी नहीं मिली है। कुल 340 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे जल्द ही ट्रायल मोड पर आ जाएगा।
अगस्त से शुरू होगा आवागमन
खबरों के अनुसार अगस्त महीने से यहां यातायात शुरू किया जा सकता है। अभी प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप समीक्षा बैठक करके आगे का निर्णय लेगा। सबसे पहले ट्रायल रन किया जाएगा, इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। पिछले दिनों प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की एक वर्चुअल बैठक की गई, जिसमें मुख्य सचिव आरके तिवारी ने निर्माण की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेस वे, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य पर चर्चा की।
तेजी से हो रहा निर्माण कार्य
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का कामकाज तेजी से पूरा हो रहा है। इसके अतिरिक्त बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे भी जल्द ही शुरू हो जाएगा। इसका 60% काम पूरा कर दिया गया है। कई नदियों पर पुल भी बनाए जाने थे, जिन्हें बहुत जल्दी तैयार कर लिया जाएगा। एक अनुमान के अनुसार फरवरी महीने में एक्सप्रेस वे का एक साइड और अप्रैल महीने में दोनों साइड आने जाने के लिए शुरू कर दी जाएंगी।
इन जिलों को जोड़ता है पूर्वांचल एक्सप्रेस वे
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को पूर्वांचल के कई हिस्सों से जुड़ने के लिए यह एक्सप्रेस वे बहुत महत्वपूर्ण है। लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी, अंबेडकर नगर, अयोध्या के रास्ते पूर्वांचल के इलाकों तक सफर काफी आसान हो जाएगा। एक्सप्रेस वे का काम 2018 में शुरू किया गया था, अभी 6 लेन में इसका निर्माण किया जा रहा है, जल्द ही इसे परिवर्तित करके 8 लेन में कर दिया जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की मदद से लखनऊ से गाजीपुर का सफर काफी आसान हो जाएगा। इसके शुरू होने की उम्मीद अगस्त महीने में जताई जा रही है।