देवभूमि तीर्थ पुरोहित महापंचायत की ऑनलाइन वार्ता आयोजित की गई। जिसमें देवस्थानम बोर्ड की कार्यशैली पर कड़ा ऐतराज जताया गया है। इसमें निर्णय लिया गया कि महापंचायत से जुड़ी सभी पंचायतें सीएम को ज्ञापन भेजेंगी। जिसमें देवस्थानम बोर्ड को भंग किए जाने की एक सूत्रीय मांग होगी।
इसके अलावा कहा गया कि अगर राज्य सरकार देवस्थानम बोर्ड पर कोई निर्णय नहीं लेती तो चारों धामों के तीर्थ पुरोहित धरना-प्रदर्शन करेंगे।
देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग
महापंचायत के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि महापंचायत के पदाधिकारियों ने कई बार सीएम से मिलकर बोर्ड को भंग करने की मांग की, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया। जिससे तीर्थ पुरोहितों में नाराजगी है। वहीं महापंचायत के प्रवक्ता बृजेश सती ने कहा कि पिछले साल बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि में बदलाव किया गया। और इस साल भगवान के अभिषेक और आरती के समय में बदवाल हुआ।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो- बृजेश सती
उन्होने कहा कि ये दोनों ही घटनाएं इतिहास में पहली बार हुई हैं। तीनों धामों में पूजा के समय कोई बदलाव नहीं किया बस बदरीनाथ धाम में ऐसा हुआ। इस बात की जांच होनी ही चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
बदरीनाथ धाम के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी ने कहा कि सरकार हमारी एक सूत्री मांग को लेकर गंभीर नहीं है और अगर जल्द ही कोई फैसला नहीं लिया गया तो तीर्थ पुरोहित प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। बता दें वार्ता में बृजेश सती, राजेश सेमवाल, सुरेश डिमरी, पुरुषोत्तम उनियाल, अनुरूद उनियाल आदि शामिल हुए।