पंजाब में विधानसभा चुनावों से पहले चन्नी सरकार ने जनता को बिजली-पानी में बड़ी राहत दी है। सरकार ने जहां 500 करोड़ रुपये पानी का बकाया बिल माफ करने का फैसला लिया है तो वहीं बिजली की दरें 3 रुपये प्रति यूनिट करने का फैसला लागू करने का फैसला किया।
पानी का 500 करोड़ रुपये बकाया बिल होगा माफ
पंजाब की चन्नी सरकार ने राज्य के 500 करोड़ रुपये बकाया पानी के बिलों को माफ करने का फैसला लिया है। सरकार ने राज्य के लोगों को बड़ी राहत देते हुए पानी के बकाया बिलों को माफ करने का फैसला किया है। प्रदेश सरकार की ओर से लिए गए फैसले के अनुसार शहरी क्षेत्रों में विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के लिए 17.98 करोड़ माफ किए गए हैं। ग्राम पंचायतों/समितियों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के लिए भी 224.55 करोड़ की राशि माफ की गई है। जबकि जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के ग्रामीण उपभोक्ताओं के पानी के बिलों के 256.97 करोड़ रुपये के बकाए माफ किए गए हैं।
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नवंबर से ही बिजली की दरें 3 रुपये प्रति करने का फैसला
वहीं बिजली को लेकर लेकर भी चन्नी सरकार ने लोगों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने दिसंबर के बजाए नवंबर से ही बिजली की दरें 3 रुपये प्रति यूनिट करने का फैसला लागू करने का फैसला किया। राज्य सरकार ने पहले घोषणा की थी कि 7 किलोवॉट तक स्वीकृत लोड वाले उपभोक्ताओं के टैरिफ में 3 रुपये प्रति यूनिट कम किए जाएंगे। इससे सरकार पर 151 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आर्थिक बोझ आएगा। हालांकि, बयान के अनुसार, इससे करीब 71.75 लाख में से करीब 69 लाख उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा।
सफाई सेवकों’ की सेवाओं को नियमित करेगी सरकार
इसके साथ ही पंजाब में ‘सफाई सेवकों’ की सेवाओं को नियमित करने के फैसले लिया है। इस फैसले का फायदा 4 हजार 587 संविदा कर्मचारियों को मिलेगा। जो शहरी निकाय विभाग में काम कर रहे हैं। वहीं राज्य भर के कपास उत्पादकों को बड़ी राहत देते हुए कैबिनेट ने कपास की फसल के 76-100 प्रतिशत नुकसान के लिए राहत राशि बढ़ाने की मंजूरी दे दी।