केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना राष्ट्रीय पोषण अभियान की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छह सौ 40 जिलों में की थी। इस अभियान का उद्देश्य छह साल से कम उम्र के बच्चों, किशोर बालिकाओं, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं की पोषण की स्थिति में सुधार लाना है।पंजाब में एकीकृत बाल विकास सेवा विभाग ने राज्य के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से कुपोषण और जन्म के समय कम वजन के शिशुओं के होने की समस्या को समाप्त करने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
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पंजाब के चार जिलों मुक्तसर साहिब, लुधियाना, फरीदकोट और मानसा में आधिकारिक तौर पर चल रहा है
राष्ट्रीय पोषण अभियान इस समय पंजाब के चार जिलों मुक्तसर साहिब, लुधियाना, फरीदकोट और मानसा में आधिकारिक तौर पर चल रहा है।
इस योजना की लाभार्थी परमजीत कौर जो कि जालंधर जिले के गांव कोटली जमील सिंह की रहने वाली हैं।
कौर का मानना है कि मेरी पोती का वजन काफी कम था, लेकिन पोषण अभियान के
तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषक आहार के बारे में हमें बताया तब से हम उसी का सेवन कर रहे हैं।
उसका वजन अब पहले से काफी ठीक हो गया है।
केंद्र में मेरी और मेरे बच्चे से जुड़ी हर स्वास्थ्य संबंधी सूचना हमें दी जाती है-लाभार्थी रजनी
एक और लाभार्थी रजनी ने कहा गर्भावस्था के दौरान गांव की आंगनवाड़ी वर्कर ने पोषण
योजना के अधीन उसे अपनी और होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिए।
कुछ दिन पहले ही मैंने एक सरकारी अस्पताल में एक बेटी को जन्म दिया।
बच्चे से जुड़ी हर स्वास्थ्य संबंधी सूचना हमें दी जाती है
लाभार्थी रजनी ने कहा मैं रोजाना आंगनवाड़ी केंद्र जा रही हूं। मेरे पूरे स्वास्थ्य की जांच होती है,
और यह सब पोषण अभियान के तहत हो रहा है। केंद्र में मेरी और मेरे बच्चे से जुड़ी
हर स्वास्थ्य संबंधी सूचना हमें दी जाती है। पोषण दिवस पर राज्य के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में
गर्भवती महिलाओं को फल, सब्जियां और कई पोषक पदार्थ वितरित किए गए है।
महेश कुमार यदुवंशी