नई दिल्ली। पंजाब में 117 सीटों के लिए शनिवार को हुए मतदान में जनता ने बढ़चढ़ कर मतदान किया। पंजाब में शाम 6 बजे तक 70 प्रतिशत वोटिंग हुई। शनिवार को पंजाब के कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला ईवीएम में मतदाताओं ने बंद कर दिया है। सिकंदर कौन होगा, इसका फैसला आगामी 11 मार्च को होगा। प्रकाश सिंह बादल इतिहास दोहराएंगे या केजरीवाल और कैप्टन अमरिंदर सिंह को जनता सरताज बनाएगी, इसका फैसला पंजाब के मतदाताओं ने आज मतदान के माध्यम से कर दिया है।
89 साल के वर्तमान मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को लांबी सीट पर मात देना किसी भी उम्मीदवार के लिए बेहद कठिन होगा। वे यहां से लगातार चार बार जीत चुके हैं। इस बार इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है। कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा आम आदमी पार्टी के जरनैल सिंह भी इस क्षेत्र से उम्मीदवार हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला अमरिंदर सिंह और बादल के बीच ही माना जा रहा था। जरनैल सिंह को लोग बाहरी उम्मीदवार के तौर पर देख रहे थे, बादल ने इस बार अपने आखिरी चुनाव का दांव खेलकर भावुक अपील मतदाताओं से की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इस बार कांग्रेस की ओर से सीएम पद के दावेदार हैं। उन्होंने पटियाला (अर्बन) और लांबी दोनों सीट पर चुनाव लड़ा है। पटियाला को कैप्टन का गढ़ माना जाता हैद्य वे लगातार तीन बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं। कैप्टन मौजूदा मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का किला कहलाने वाली लांबी सीट से भी उम्मीदवार हैं।
बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर (ईस्ट) सीट से चुनाव मैदान में हैं। ये सीट उनकी पत्नी ने खाली की थीद्य यहां से सिद्धू की जीत की संभावना प्रबल लग रही है। वे तीन बार लोकसभा में अमृतसर सीट की नुमाइंदगी कर चुके हैं।