वॉशिंगटन। अमेरिका के सांसदों ने कांग्रेस में एक प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें चीन के साथ संबंधों को लेकर सबसे ज्यादा महत्व तिब्बतियों को देने की बात कही गई है। प्रस्ताव में चीन को इस बात के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है कि चीन दलाई लामा या उनके प्रतिनिधियों के साथ संवाद करे, ताकि तिब्बत के संबंध में सुलहा का कोई रास्ता अख्तियार हो सके। इस प्रस्ताव में तिब्बत में धार्मिक और राजनीतिक मांग कर रहे लोगों को जेल से रिहा करने की मांग भी की गई है।
इसके अलावा ल्हासा में एक कार्यालय खोलने का प्रस्ताव भी इसमें है,जिससे की वहां जाने वाले अमेरिकी नागरिकों को सहायता मिल सके और वो तिब्बत के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक बदलावों पर नजर रख सके। माना जा रहा है कि ये बात चीन को नागवार गुजर सकती है। इस प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस सदस्य रोस लेथिनेन ने कहा कि तिब्बती लोगों पर चीन का दमन क्षेत्र की स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है और अमेरिका की विदेश नीति को लेकर स्पष्ट रूपरेखा तैयार करता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप भी इस मामले को लेकर अगले हफ्ते चीन जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव में साफ तौर पर कहा गया है कि अमेरिका को बीजिंग के दमनकारी रुख को लेकर सख्त रवैया अपनाना चाहिए।
कांग्रेस के सदस्य लेथिनेन ने आगे कहा कि दलाई लामा को कांग्रेसनल गोल्ड मेडल मिलने के 10 साल पूरे होने के मौके पर चीन के खतरनाक रवैये के खिलाफ अमेरिकी नीति पर जोर देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इससे उस समाधान तक पहुंचा जा सकेगा, जिससे तिब्बतियों के लिए सार्थक स्वायत्तता भी हासिल हो।’ इंटरनैशनल कैंपेन फॉर तिब्बत ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है।