कोविंद के सामने आई मीरा, क्या है गणित
बीजेपी की तरफ से एनडीए उम्मीद रामनाथ कोविंद को बनाने के बाद विपक्षियों ने भी दलित नेता को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया। ऐसे में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि दोनों उम्मीदवार दलित होने के कारण राजनीतिक माहौल में क्या खलबली मची हुई है। जहां एक तरफ रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल हैं तो दूसरी तरफ मीरा कुमार भी कुछ कम नहीं है। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष होने के कारण वह रामनाथ कोविंद को जोरदार टक्कर दे रही हैं। एक तरफ जहां कोविंद दलित समाज का बड़ा चेहरा हैं तो दूसरी तरफ मीरा कुमार भी दलितों का बड़ा चेहरा हैं।
बात की जाए विपक्षियों की तो राष्ट्रपति चुनाव पर कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी का कहना है कि ‘भले ही रामनाथ कोविंद दलित समाज का चेहरा हैं लेकिन राजनीतिक तौर पर देखा जाए तो उनका कद मीरा कुमार से काफी छोटा है’ उन्होंने कहा कि ‘चाहे कुछ भी हो जाए जीतना तो विपक्ष के उम्मीदवार को ही है’ राशिद अल्वी का कहना है कि ‘अगर सभी एमपी और एमएलए इस बात का ध्यान रखते हैं कि मीरा कुमार की पिता फ्रिडम फाइटर रह चुके हैं और उनका काफी सम्मान होता है, अगर सभी लोग इस बात का ध्यान रखे कि मीरा कुमार ने समाज के लिए काफी सारा काम किया है तो उनकी ही जीत होगी’ राशिद अल्वी ने कहा कि ‘एनडीए उम्मीदवार ने अपना नामांकन दाखिल किया है और जल्द ही मीरा कुमार भी अपना नामांकन दाखिल करेंगी’
Pradeep Sharma