मीरा कुमार
जिस तरह से एनडीए ने इस बार अपने पत्तों को पहले खोला और दलित चेहरा रामनाथ कोविंद का नाम सामने रखा तो विपक्षी पार्टियों ने भी अपनी सूझबूझ से दलित चेहरे को राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया। विपक्ष की तरफ से मीरा कुमार का नाम सामने आया। बात की जाए श्रीमती मीरा कुमार की तो वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से एक रही हैं। मीरा कुमार 15वीं लोकसभा में बिहार के सासाराम लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। मीरा कुमार के बारे में बताया जाए तो 3 जून साल 2009 को उन्हें लोकसभा की पहली महिला स्पीकर के रूप में चुना गया। मीरा कुमार का राजनीतिक कैरियर 80 के दशक में हुआ था। 1985 में वह पहली बार उन्हें बिजनौर से संसद में चुनकर आई।
मीरा कुमार भी दलित समुदाय से बिलौंग करती हैं। मीरा कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की सुपुत्री हैं। 1973 में मीरा कुमार भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुई। मीरा कुमार 1990 में कांग्रेस कार्यकारिणी की सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस महासचिव की सदस्य चुनी गई। विपक्ष ने राष्ट्रपति की रेस में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को राष्ट्रपति की रेस में खड़ा किया तो खलबली मच गई। रामनाथ कोविंद के सामने जैसे ही मीरा कुमार का नाम सामने आया तो अब साफ हो गया की टक्कर कड़ाके की होने वाली हैं क्योंकि राष्ट्रपति की रेस में दोनों ही उम्मीदवार दलित समुदाय से बिलौंग करते हैं।