इन दिनों देश में राजनीतिक माहौल काफी ज्यादा गर्मा रखा है। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी एनडीए और विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशी अपने-अपने चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। विपक्ष की राष्ट्रपति उम्मीदवार इन दिनों तीन दिवसीय दौरे पर पटना में हैं। पटना में विपक्ष की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनवा को दलित बनाम दलित का मुद्दा बनाने सरासर गलत है। मीरा कुमार के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव में दो व्यक्तियों की नहीं बल्कि इसमें दो विचारधारएं एक दूसरे के सामने हैं। उनका कहना है कि यह चुनाव दो विचारधाराओं की लड़ाई है।
बिहार में गठबंधन की सरकार है। बिहार में जदयू, राजद तथा कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है। ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले से ही एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। लेकिन राजद ने विपक्ष की तरफ से मीरा कुमार को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। राजद द्वारा की गई बैठक में 20 विधायक तथा 61 कांग्रेस के विधायक शामिल हुए, बैठक में बिहार के उममुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद ने भी मीरा कुमार को समर्थन देने का ऐलान किया है। मीरा कुमार ने बिहार में अंतरात्मा का आवाज पर वोट देने का ऐलान विधायकों और सांसदों से किया है। गुरुवार को मीरा कुमार एक होटल में राजद तथा कांग्रेस के सांसदों और विधायकों को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि अब तक वह 16 प्रांतों में जा चुकी है। जब भी देश में सांप्रदायिकता का मुद्दा उठता है तो बिहार में उसे रोक दिया जाता है। उन्होंने निर्वाचन मंडल के सदस्यों से पत्र लिखा है। उनके अनुसार देश एक चौराहे पर खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस वक्त अगर कोई गाय लेकर जाता है तो उसे अपनी जान का खतरा सताने लग जाता है। उन्होंने आगे कहा कि दलित बनाम दलित का मुद्दा इस सदी में कितनी बुरी सोच है। उनके अनुसार ऐसी सोच को जमीन में दफना देने चाहिए।
वही दूसरी तरफ राष्ट्रपति चुनाव के साथ साथ उपराष्ट्रपति चुनाव भी नजदीक ही है। ऐसे में उप राष्ट्रपति चुनवा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 11 जुलाई को विपक्षी पार्टियों की एक बैठक का आयोजन किया है। राष्ट्रपति उम्मीदवार की तरह ही उप राष्ट्रपति उम्मीदवार को भी विपक्ष एक साझा उम्मीदवार को तौर पर उतारने का विचार बना रहा है। ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का कहना है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस बैठक में सभी विपक्षी दलों को बुलाया गया है।