वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में अब इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होने वाला है। क्षेत्र के लोगों को वायु प्रदूषण जैसी समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन की यह पहल काफी सराहनीय है। आने वाले समय में सीएनजी स्टेशन की तरह ही इलेक्ट्रिक बसों का संचालन भी शुरू हो जाएगा और इलेक्ट्रिक बसों के लिए अलग स्टेशन भी बनाए जाएंगे।
वाराणसी उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में है। यहां भारी संख्या में देश-विदेश से लोग आते हैं। शहर को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाए रखना भी प्रशासन की जिम्मेदारी है। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला किया, इसके बाद शहर में काफी बदलाव देखने को मिले।
पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों में कटौती करके सीएनजी को बढ़ावा दिया गया। अब इसी के साथ साथ इलेक्ट्रिक बस का संचालन करने की भी तैयारी की जा रही है। जल्द ही बनारस को 50 इलेक्ट्रिक बसें मिल जाएंगी। इनके लिए शहर में ही अलग-अलग जगहों पर चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जाएगा। बसों का रूट निर्धारण और किराया इत्यादि से जुड़ी जानकारी भी सार्वजनिक कर दी जाएगी।
इसके पहले लखनऊ में 4 नई इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल सफल रूप से पूरा हो गया। लखनऊ के लिए 25 नई सिटी बस जल्द ही उपलब्ध करवा दी जाएंगी। इस सिलसिले में कमेटी द्वारा शासन को रिपोर्ट सौंप दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार सितंबर महीने के अंत तक शहर में एसी सिटी बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।