लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 3 जुलाई को जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव संपन्न हुए। बीजेपी ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए 67 जिलों में जीत हासिल की। समाजवादी पार्टी को सिर्फ चंद सीटों पर सिमट गई। अब विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए एक और खुशखबरी है।
विधान परिषद में बढ़ेगी संख्या
5 जुलाई को समाजवादी पार्टी के चार सदस्य विधान परिषद से अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। इनकी जगह पर नए सदस्य मनोनीत किया जाएंगे। भाजपा के पास सभी 4 सीटों पर अपने सदस्य शामिल करने का मौका है। विधान परिषद में अभी भी भाजपा के पास बहुमत नहीं है, लेकिन चार अन्य सदस्य जुड़ने के बाद बहुमत के और करीब बीजेपी आ जाएगी।
समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार ने 2015 के दौरान 4 सदस्यों को विधान परिषद के लिए मनोनीत किया था। जिसमें रामवृक्ष सिंह यादव, लीलावती कुशवाहा, एसआरएस यादव और जितेंद्र यादव शामिल थे। इन्हीं चार लोगों का कार्यकाल पूरा हो गया है। अब इनकी जगह पर नए सदस्य मनोनीत किया जाएंगे। बिना चुनाव के यह प्रक्रिया पूरी होगी क्योंकि यह सभी चारों सदस्य मनोनीत सदस्यों की श्रेणी में आते हैं। यह प्रक्रिया 5 जुलाई को पूरी की जाएगी।
5 जुलाई को हो जाएंगे 36 विधायक
यूपी विधान परिषद पर नजर डालें तो इस समय बीजेपी के 32 विधायक हैं। 5 जुलाई को चार अन्य शामिल होने के बाद यह संख्या 36 की हो जाएगी। हालांकि बहुमत से अभी भी काफी पीछे हैं लेकिन इससे स्थिति और मजबूत होगी। मनोनीत किए जाने वाले सदस्यों की बात करें तो यूपी विधान परिषद में 100 सदस्यों की कुल जगह होती है, जिनमें से 10 सदस्य मनोनीत किए जाते हैं। सरकार की सिफारिश पर राज्यपाल द्वारा इन सभी को पदभार ग्रहण कराया जाता है। इनमें अलग-अलग क्षेत्रों के लोग शामिल होते हैं, इसमें साहित्य, विज्ञान, समाज, कला जैसे विषय शामिल हैं।