प्रयागराज। आए दिन लूटपाट की घटनाएं सामने आती रहती है। शहरों में सड़क किनारे चलते व्यक्ति के हाथों से मोबाइल छीनकर ले जाने की घटनाएं सामने आती रहती है। इसी बीच प्रयागराज पुलिस ने इसका प्रमानेंट इलाज करने की कोशिश की है
आपको बतादें कि प्रयागराज पुलिस ने मोबाइल फोन की छिनैती और चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए अब एक अनूठा तरीका ईजाद किया है। पुलिस अब मोबाइल लुटेरों को व्हाट्सएप के जरिए पकड़ेगी।
पुलिस ने व्हाट्सएप का सहारा लेते हुए शहर में मोबाइल फोन के प्रमुख बाजारों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है। इसमें संबंधित बाजारों के मोबाइल फोन बेचने वाले कारोबारियों और व रिपेयरिंग करने वाले कारीगरों के साथ ही पुलिस के लोगों को भी जोड़ा गया है। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने वाले सभी दुकानदारों व कारीगरों को यह हिदायत दी गई है कि वह बिकने के लिए आने वाले पुराने मोबाइल फोन या उनके पार्ट्स के बारे में थोड़ी भी आशंका होने पर इसकी सूचना ग्रुप में देंगे। सूचना पर पुलिस की टीम दुकानों पर पहुंचकर छानबीन करेगी।
दरअसल, पुलिस अफसरों का मानना है कि लूट-चोरी या छिनैती किये गए ज्यादातर मोबाइल फोन को दुकानदारों के जरिये बाजार में बेचा जाता है. कुछ शातिर फोन खोलकर इसके अलग-अलग पार्ट्स को रिपेयरिंग करने वाले कारीगरों को बेचते हैं. फिलहाल ट्रायल के तौर पर इसे सिविल लाइंस की इंदिरा भवन मार्केट में प्रयोग किया जा रहा है. यहां 150 से ज्यादा दुकानदारों और कारीगरों के साथ ही इलाके की पुलिस को भी जोड़ा गया है. स्थानीय चौकी प्रभारी को इस ग्रुप का एडमिन और नोडल अफसर बनाया गया है.
इस तरह का अनूठा प्रयोग करने वाले डिप्टी एसपी और सीओ सिटी सेकेंड शुभम तोदी के मुताबिक मोबाइल फोन की लूट या चोरी की वारदातों को कुछ गिनती के बदमाश ही अंजाम देते हैं. ऐसे में अगर व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये कुछ लोग भी पकड़ में आ जाएंगे तो उससे पूरे गिरोह या नेटवर्क का पता लगाने में आसानी होगी. उनके मुताबिक अगर यह प्रयोग सफल रहा तो इसे दूसरे बाजारों में भी लागू किया जाएगा. उनका कहना है कि अगर दुकानदार ने संदिग्ध पुराने मोबाइल या उसके पार्ट्स की सूचना दिए बिना उसे कम पैसों में खरीद लिया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है.