नई दिल्ली। पिछले हफ्ते भारत की अर्थव्यवस्था की पहली तिमाही के आंकड़ों के आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था कठिन दौर से उबर रही है और निजी निवेश में कमी पिछली संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार के जमाने से ही चली आ रही है। नेटवर्क 18 चैनल को दिए एक साक्षात्कार में मोदी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था ने ‘सबसे बुरा दौर’ देखा है और सरकार का इरादा इसमें अल्पकालिक उपायों से कृत्रिम तेजी लाने का नहीं है।
इस सप्ताह के शुरू में केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 7.1 फीसदी रही, जबकि वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में यह 7.5 फीसदी थी। इसका मुख्य कारण खेती, खनन और निर्माण क्षेत्र में छाई सुस्ती रही।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत की विकास दर 7.6 फीसदी रही थी। इससे भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़नेवाली अर्थव्यवस्था बन गया था और चीन को भी पीछे छोड़ दिया था।