लखनऊ। इस कोरोना संकट के बीच खाकी का एक बार दोबारा मानवीय चेहरा देखने को लगातार मिल रहा है। शनिवार को बाजारखाला के एवररेडी चौराहे पर पड़े एक शव की शिनाख्त कर पुलिस ने परिवारवालों से संपर्क किया।
बाजारखाला थाने पहुंचे परिवार के पास शव को पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाने के लिए रुपये नहीं थे। यह देखकर बाजारखाला इंस्पेक्टर धनंजय सिंह ने पीड़ित परिवार की मदद करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
साथ ही पोस्टमार्टम के बाद शव के अंतिम संस्कार के लिए पीड़ित परिवार को अपने पास से तीन हजार रुपये की आर्थिक मदद की। इंस्पेक्टर के इस कार्य को देखकर इलाके के लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं।
बाजारखाला इंस्पेक्टर धनंजय सिंह के मुताबिक, ऐवररेडी चौराहे के पास शनिवार को एक शख्स पड़ा हुआ था। जिसकी सूचना इलाके के लोगों से पुलिस को मिली। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इंस्पेक्टर का कहना है कि लोगों की मदद से मृतक की पहचान राम आशीष (52) के रूप में हुई, जो मूलरूप से बाराबंकी के थाना देवा इलाके का रहने वाला था। पुलिस ने मृतक के परिवार से संपर्क कर उन्हें घटना की सूचना दी।
सूचना पाकर थाने पहुंचे मृतक के भांजे सुरेश ने गरीबी की वजह से रुपये न होने की बात कही। सुरेश ने बताया कि उसके मामा इलाके में सब्जी का ठेला लगाकर अपना गुजर बसर करते थे। कुछ दिन पहले उनसे बात हुई तो उन्होंने तेज बुखार होने की बात कही थी।
पीड़ित परिवार का दर्द सुनकर इंस्पेक्टर धनंजय सिंह ने शव को ले जाने के लिए शव वाहन का इंतजाम करवाया। साथ ही भांजे सुरेश को तीन हजार रुपये नकद देकर अंतिम संस्कार पूरे रिवाज से करवाने की बात कही।
पुलिस के इस मानवीय चेहरे को देखकर भांजे के आंख में आंसू आ गए। वहीं पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम होने के बाद शव को पीड़ित परिवार को कोविड नियम के तहत सौंप दिया जाएगा। साथ ही पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह सामने आ पाएगी