गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर गुजरात गए हैं। गुजरात पहुंचने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद के साबरमती आश्रम गए। साबरमती आश्रम इस साल अपनी 100वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस दौरान पीएम मोदी ने आश्रम की 100 वर्षगांठ समारोह में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने यहां पर चरखा चलाकर सूत भी काटा। वही लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी गौहत्या पर बोलते हुए भावुक होते हुए नजर आए। पीएम मोदी ने कहा कि गाय की सेवा करना हमें विनोबा भावे और महात्मा गांधी से सीखनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि गौरक्षा के नाम पर हिंसा क्यों होती है।
गुरुवार को पीएम मोदी ने राजकोट में रेड शो किया। रोड शो के दौरान पीएम को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़। हजारों की संख्या में लोग यहां पीएम की सिर्फ एक झलक पाने के लिए आए। वही पीएम मोदी इसके बाद अलग अलग हिस्सों में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले हैं। वही इससे पहले पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम की 100वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम में हिस्सा लिया और लोगों को संबोधित किया। जहां उन्होंने गौ हत्या के बारे में दुख जताया और कहा कि लोग गौ हत्या के नाम पर कानून को अपने हाथों में ले रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने बालपन की कहानी सुनाकर लोगों को समझाने का प्रयास किया की गौहत्या के नाम पर हिंसा करना ठीक नहीं है। वही पीएम मोदी राजकोट में जाकर दिव्यांगों को जरूरी उपकरण भी बाटेंगे।
पीएम मोदी ने यहा कहा कि गाय की सेवा करना गाय की भक्ति करना है, मौजूदा हालातों को देखते हुए उन्हें पीड़ा होती है। पीएम मोदी का मानना है कि गौरक्षा के नाम पर हिंसा करना ठिक नहीं है। उनका कहना है कि देश में कई लोग हैं जो गायों के नाम पर हिंसा करने में लगे रहते हैं। उनका कहना है कि देश को अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा। वही कानून के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि किसी को सजा देनी होती है तो वह कानून का काम होता है लोगों का कानून अपने हाथों में लेना बिल्कुल गलत है। पीएम मोदी का मानना है कि किसी भी समस्या का सामाधान हिंसा से नहीं किया जा सकता है।