नई दिल्ली। इन दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में हैं। जहां पर पीएम मोदी और पाक पीएम नवाज शरीफ के बीच औपचारिक हालचाल हुआ तो वहीं पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। माना जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात भारत के लिए बहुत अहम है।
क्योंकि हाल में भारत ने वन बेल्ट वन रोड समिट का बहिष्कार किया था। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थितियां हो गई थी। ऐसे में आगे होने वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता को लेकर चीनी मदभेद उभरने लगे थे। लेकिन चीनी प्रभुत्व वाले SCO में भारत को पूर्णकालिक सदस्यता दिए जाने के बाद अब सम्बन्धों में एक नया दौर शुरू हो गया है।
भारत बना पूर्णकालिक सदस्य
हांलाकि 2001 के बाद इस संगठन में पहली बार किसी देश को पूर्णकालिक सदस्य बनाया जा रहा है। लेकिन भारत के साथ पाकिस्तान को भी इस संगठन में पूर्णकालिक सदस्य का दर्ज दिया गया है। चीनी प्रभुत्व वाले इस संगठन में अब सदस्य देशों की संख्या 6 से बढ़कर आठ हो गई है। भारत के आने के बाद इस संगठन पर चीनी प्रभुत्व के कम होने के आसार दिख रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात कर उनका शुक्रिया अदा करते हुए । इस संगठन में स्थाई सदस्य बनाए जाने के लिए सहयोग करने और समर्थन देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
पाक पीएम से औपचारिक मुलाकात
इसके पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच औपचारिक मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच आमना-सामना हुआ तो दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन कर हाल-चाल पूछा। बीते दिनों से सीमा से लेकर वैश्विक पटल पर भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते काफी तल्ख रहे हैं। लगातार पाकिस्तान की ओर से सीमा पर सीज फायरिंग हो रही है। पाकिस्तानी सेना ने कृष्णाघाटी में भारतीय सैनिकों के शव के साथ बर्बरता की थी। इसके साथा ही जावध को फांसी देने की सजा सुनाई गई थी। जिसको लेकर भारत ने अन्तरराष्ट्रीय कोर्ट से गुहार लगाई थी। जिसके बाद जाधव की फांसी पर कोर्ट ने रोक लगा दी थी। इन सब मुद्दों पर दोनों देशों के रिश्ते काफी गरम हो चुके हैं।