महाराष्ट्र। कहते हैं जल है तो कल है लेकिन महाराष्ट सरकार के लिए यह स्लोगन बेमानी हो गया है। अमरावती जिले के मेलघाट में रहने वालों को पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है। पानी के लिए 40 फीट गहरे कुएं में उतरकर एक बाल्टी पानी मुश्किल से मिल पा रहा है। ग्रामीण शिवराज बेलकर ने न्यूज एजेंसी एनएनआई को बताया कि उन्हें 40 फीट नीचे जाना पड़ता है। पहले गंदे पानी को हटाते हैं और फिर साफ पानी के लिए इंतजार करते हैं कभी-कभी साफ पानी के इंतजार में पूरा दिन लग जाता है।
सबसे बड़ी बात यह है कि यहां के अधिकतर पानी के हिस्से पर सिर्फ कुछ लोगों का ही कब्जा है, उन्हीं के मुताबिक लोगों को पानी मिलता है। अधिकारियों की उदासीनता पर के चलते इस तरह की समस्या वर्षों से लगातार जारी है, न तो सरकार और न ही कोई और कुछ कर रहा है। मेलघाट गांव में कुल तीन कुएं हैं हालात ऐसे हैं कि कुछ लोग तो पीने का पानी लाने के लिए वहां बिस्तर डालकर सोते हैं।
उधर अमरावली जिले के ही सोनपुर गांव के एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता निशांत सरप ने कहा कि ग्रामीणों को पीने से पहले पानी उबालने की सलाह दी गई है। हमने सीनियर अधिकारियों को इस बारे में सूचित कर दिया है। यह भी सलाह दी है कि सभी को पीने से पहले पानी को उबालना चाहिए, उन्हें कुएं से पानी नहीं पीना चाहिए, जिसे पीने से रोक दिया गया है।