बेंगलुरू। केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है जहां पर पैरासाइकिलिस्ट आदित्य मेहता को उनके नकली पांव के उतारने पर मजबूर किया गया। ऐसा करने में उनके पैर सा काफी खून भी बहा पर बिना इसके परवाह के उनके नकली पैर को उतरवाया गया। आपको बता दें कि इस तरह की घटना आदित्य मेहता के साथ दूसरी बार हुआ है। बताया जा रहा है कि उन्हे अपना नकली पांव उतारने को मजबूर किया गया और फ्लाइट के लिए जल्दबाजी के चलते पैर को वापस लगाने के चक्कर में उनके पैर से काफी खून भी निकला।
आपको बता दें कि पैरासाइकिलिस्ट आदित्य मेहता मेडलिस्ट रह चुके है।इस विषय पर बात करते हुए आदित्य ने बताया कि एयरपोर्ट पर उन्हे सुरक्षा के लिए नकली पांव को हटाने पर मजबूर किया, काफी मुश्किल के बाद पैर उतारा इतने में फ्लाइट देर हो रही थी जिसके कारण जल्दीबाजी में पैर को दोबारा पहनने के चक्कर में पैर से काफी खून भी निकला। साथ ही उन्होने बताया कि इससे पहले भी दो बार दल्ली तथा बेंगलुरू के एयरपोर्ट पर सुरक्षाधिकारियों ने ऐसा करने पर मजबूर किया था।
उन्होने बताया कि जब अधिकारी मुझसे पांव उतारने पर जोर दे रहा था तब मैने कहा कि उतारने और पहनने में मुझे काफी समय लगेगा और उड़ान में बस आधे घंटे बाकी हैं। इसपर अधिकारी ने कहा यह आपकी परेशानी है हमें सुरक्षा को ध्यान में रखना होता है जिसके लिए यह जरुरी है। इसका गुस्सा उन्होने सोशल मीडिया पर भी उतारा उन्होने लिखा कि डीजीसीए को दिव्यांगों की खातिर फुल-बॉडी स्कैनर लगाए जाने के लिए लिखने के बावजूद कुछ भी नहीं किया गया है।
इस घटना पर सफाई देते हुए हैदराबाद स्थित डीजीसीए कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि नकली पांव लगाकर पहुंचे लोगों से उसे हटाकर दिखाने के लिए कहना सुरक्षा के लिहाज से सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। यह हमें करवाना ही होता है।