चेन्नई। तमिलनाडु की राजनीति में दिनों-दिन सियायी उठापटक तेज होती जा रही है। पन्नीरसेल्वम ने पद से इस्तीफा देने के बाद शशिकला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। शशिकला के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद पन्नीरसेल्वम लगातार विधायकों को अपने पक्ष में करने में लगे हुए हैं और उन्हें इस काम में कामयाबी भी मिल रही है।
शनिवार को पन्नीरसेल्वम के खेमे में एक और सांसद वनरोजा शामिल हो गई हैं। एआईएडीएमके में टकराव के बाद उन्हें 5 सांसदों और 2 विधायक साथ मिल चुका है। एक तरफ पन्नीरसेल्वम है तो दूसरी तरफ शशिकला राज्यपाल द्वारा समय ना दिए जाने के कारण नाराज है। शशिकला अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए रविवार को अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन कर सकती हैं।
बताया जा रहा है कि इस रिजॉर्ट में विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है। शशिकला का दावा है कि सभी विधायक उनके साथ हैं। सांसद वी. सथ्यबामा, के. अशोक कुमार, पीआर सुंदरम, वनरोजा, ई. पुन्नूस्वामी, राज्यसभा मेंबर वी. मैत्रेयन और विधायक ई. मदुसुधानन व राज्य के एजुकेशन मिनिस्टर के. पांडिराजन पन्नीरसेल्वम के समर्थन में आ चुके हैं।
पोन्नियन का पन्नीरसेल्वम खेमे में शामिल होना शशिकला के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उधर पांडिराजन ने दावा किया है, “मैं 20 विधायकों के टच में हूं, हमारी संख्या 135 तक पहुंचेगी, ड्रामा जल्द ही खत्म हो जाएगा। मैंने वोटर्स की बात सुनकर अपना पाला बदला है। पार्टी में एकजुटता बनाए रखने के लिए ही मैंने पन्नीरसेल्वम को सपोर्ट किया है।”
गौरतलब है कि मद्रास हाईकोर्ट ने इस मामले में तमिलनाडु सरकार और पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। मामले की अगली सुनवाई 13 फरवरी को होगी।